कल खन्ना अनाज मंडी में श्रद्धांजलि समागम
निजी संवाददाता — खन्ना
पंजाबी गायकी के बेहद सुरीले गायक सरदूल सिकंदर हमारे बीच नहीं रहे वे कई शारीरिक बीमारियों से लडाई लड़ते मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में जिंदगी की बाजी हार गए। सात मार्च को खन्ना की अनाज मंडी में 12 से दस बजे तक उनका श्रद्धांजलि समागम रखा गया है। सरदूल सिकंदर के दुनिया से जाने पर पंजाबी गायकी के एक युग का अंत हो गया। उनके द्वारा गाए गीत उनके लाखों चाहने वालों के दिलों में बजते रहेंगे। सरदूल सिकंदर का जन्म पंजाब के जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव खेड़ी नौध सिंह में प्रसिद्ध तबलावादक पिता सागर मस्ताना, (जिन्हें मुख्यमंत्री प्रताप सिंह केरों ने सम्मानित भी किया था) व माता लीलावती के घर हुआ।
उनके बड़े भाई गमदुर अमन भी क्लासिकल गायक थे व छोटा भाई भरपूर अली भी तबला वादक थ। पिछले काफी लंबे समय से वह परिवार समेत खन्ना शहर में रह रहे थे। उनकी शादी गायिका व अदाकारा अमर नूरी से हुई। उनके घर दो पुत्रों सारंग सिकंदर व अलाप सिकंदर का जन्म हुआ। माता-पिता की तरह ही उनके दोनों पुत्र संगीत से जुड़े हुए हैं। अनगिनत हिट गाने गाने वाले सुरों में सरदूल सिकंदर कला के धनी थे।