वीरभद्र सिंह बोले; मैं सीएम होता, तो एक घंटे में सुलझा देता गतिरोध

By: Mar 5th, 2021 12:08 am

वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह बोले, विपक्ष के विधायकों ने राज्यपाल से कुछ गलत नहीं किया

सरकार में थोड़ी गंभीरता होती, तो पांच मिनट में निपट जाता मामला

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह निलंबित कांग्रेस विधायकों के पक्ष में उतर आए हैं। आक्रामक तेवर दिखाते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह मुख्यमंत्री होते, तो एक घंटे में मामला सुझला देते। राज्यपाल के साथ कांग्रेस विधायकों ने ऐसा कुछ भी गलत नहीं किया है। अगर सरकार में थोड़ी भी गंभीरता होती, तो पांच मिनट में मामला निपट जाता। गुरुवार को पूर्व सीएम विधानसभा पहुंचे और निलंबित कांग्रेस विधायकों के साथ बैठ गए। विधायकों ने मौन प्रदर्शन किया। सभी विधायकों ने काली पट्टी बांध कर प्रर्दशन किया। कांग्रेस के कोई भी विधायक पांचवें दिन भी हिस्सा लेने नहीं गए। वीरभद्र सिंह ने मीडिया से बाचतीच में कहा कि हिमाचल के बजट इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है कि विपक्ष के बिना बजट पेश हुआ है। छह मार्च को सीएम जयराम ठाकुर बजट पेश करेंगे। इतना लंबा विरोध नहीं करना चाहिए, लेकिन सत्ता पक्ष यदि मामले को सुलझाना नहीं चाहता है, तो विपक्ष को मजबूर होकर विरोध करना पड़ेगा।

 पूर्व सीएम जब 11 बजे सदन के बाहर पहुंचे, तो नेता प्रतिपक्ष उन्हें धरना स्थल तक ले गए। उनके लिए यहां पर एक कुर्सी लगाई गई। सत्र के पांचवें दिन पांच निलंबित सदस्यों समेत समूचा विपक्ष सदन में नहीं गया और सदन के बाहर मौन बैठा रहा। करीब एक घंटा यहां पर बैठने के बाद पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह गेट के बाहर से ही अपने निवास स्थान होलीलॉज लौट गए। उधर, पूर्व सीएम शांता कुमार ने भी सदन में चल रहे गतिरोध को लोकर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह से बात की है। कुछ समय पहले सीएम जयराम ठाकुर ने भी कहा था कि अगर पूर्व सीएम वीरभद्र  सदन में आते हैं तो उनसे बात करेंगे। सत्तापक्ष व विपक्ष मौजूद हो और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले। मौन रूप से अपना प्रदर्शन कर कांग्रेस के निलंबित विधायकों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं। विपक्ष प्रदर्शन में कांग्रेश प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर भी मौजूद रहे।


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