दुखियों के मसीहा हैं डा. भीमराव अंबेडकर

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — कुल्लू
भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन समाज में समानता व समरसता लाने के लिए समर्पित किया। वह एक महान शिक्षाविद, राजनीतिज्ञ विधिवेत्ता व अर्थशास्त्री थे। यह बात शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बुधवार को मनाली विधानसभा के बैंची में बाबा साहेब अंबेडकर की 130वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा सैकड़ों वर्षों तक कुरीतियों की बेडि़य़ों में जकड़े देश में जात-पात का बड़ा बोलबाला था। असमानता और समरसता का समाज में अभाव था। उन्होंने न सिर्फ ऊंच-नीच के खिलाफ आवाज बुलंद की, बल्कि वह समाज के हाशिए पर धकेले गए लोगों की उम्मीद बनकर भी उभरे। उन्होंने कहा डा. भीमराव को भारत के संविधान निर्माण की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया और उन्होंने सबसे पहला काम गरीबों, मजदूरों व दलितों को समाज में बराबरी का दर्जा प्रदान करने के लिए किया।

उनका मानना था कि कोई भी समाज तब तक उन्नत समाज नहीं बन सकता, जब तक इसके नागरिकों में समानता और समरसता का वातावरण न हो। गोविंद ठाकुर ने कहा कि युवा पीढ़ी को बाबा साहेब की शिक्षा और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। भाजपा एससी मोर्चा मंडल अध्यक्ष शिवचंद्र ने भी बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डाला। स्थानीय प्रधान जोगिंद्र कुमार मेहरा ने मेहमानों का स्वागत किया और ग्राम पंचायत की समस्या मंत्री के समक्ष रखी। इस अवसर पर रजनी ठाकुर, मंडल अध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर, भाजपा महामंत्री अखिलेश कपूर, अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य जोगिंद्र सिंह, पंचायत समिति के अध्यक्ष कुंदन लाल ठाकुर, युवा मोर्चा अध्यक्ष जनेश के अलावा उप प्रधान प्रेमचंद, उपाध्यक्ष पंचायत समिति अनीता सहित अन्य
व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

दुर्गा माता मंदिर के विकास को तीन लाख
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय ग्राम पंचायत की मांगों को पूरा करते हुए गोविंद ठाकुर ने पाठशाला के मंच पर छत लगाने के लिए तीन लाख रुपए, दुर्गा माता मंदिर परिसर के विकास के लिए तीन लाख तथा माली पत्थर भवन के लिए भी तीन लाख रुपए देने की घोषणा की। एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह ने कहा कि बाबा साहेब न केवल दलितों, मुस्लिमों व पिछड़े वर्गों के मसीहा थे, बल्कि वह समूची मानव जाति के मसीहा कहलाए। प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने कहा कि युवा पीढ़ी को बाबा साहेब की जीवनी का अध्ययन करना चाहिए।