दिव्य हिमाचल ब्यूरो-रिकांगपिओ
किन्नौर में अप्रैल माह के शुरुआती दिनों में मौसम में आए बदलाव के बाद मंगलवार देर रात किन्नौर जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटन स्थल छितकुल, असरंग, नेसंग, रोपा, कुन्नू-चारंग में 6 इंच व चांगों, पूह, कल्पा, मूरंग, रकछम, सांगला आदि क्षेत्रों 2 से 4 इंच के बीच बर्फबारी दर्ज की गई। इसी तरह रिकांगपिओ, भावानगर, चोलिंग, किल्बा, करछम, स्पिलो, आकपा, टापरी, भावानगर में जमकर बारिश हुई।
मौसम में आए इस परिवर्तन से जहां जिला के मध्यम व ऊंचाई वाले क्षेत्रों के किसानों व बागबानों के लिए इसे अमृतुल्य माना जा रहा है वहीं जिला के निचले क्षेत्रों में इस दिनों सेब की फ्लावरिंग यौवन पर होने से इस बारिश का फ्लावरिंग पर विपरित असर पडऩे के भी आसार देखे जा रहे है। बर्फबारी के बाद बुधवार को एनएच 5 रिकांगपिओ से पूह के बीच कई घंटे अवरुद्ध रहा। इसी तरह एनएच 5 पर करला नाला सहित कई नालों में मलवा गिरने से भी एमएच.5 मार्ग कई घंटे अवरुद्ध रहा। सीमा सड़क संगठन द्वारा इन अवरुद्ध मार्गों को बहाल किया गया। इसी तरह पवारी, रल्ली, करछम, चोलिंग, ककस्तल आदि कई स्थानों पर भी ल्हासे व चट्टानों के सड़क मार्ग पर गिरने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। उधर, उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा ने खराब मौसम को देखते हुए लोगों से अपील की कि अनावश्यक रूप से सफर न करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है। बारिश होने से पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है।