टीपी ने रोकी जेबीटी प्रशिक्षुओं की एडमिशन

By: Apr 14th, 2021 12:45 am

निजी संवाददाता- डंगार चौक
डीएल का कोर्स कर रहे प्रशिक्षुओं की टीचिंग प्रैक्टिस (टीपी) बीच मझधार में ही फंस गई है। स्कूल एक बार फिर बंद होने के चलते इन प्रशिक्षुओं की टीपी प्रभावित हुई है। कोरोना महामारी के चलते हर बार इन्हें टीपी को लेकर समस्या झेलनी पड़ रही है। कोरोना महामारी के चलते जहां गत वर्ष भी स्कूल बंद रहे थे। वहीं, सरकार की ओर से एक बार फिर स्कूल एक तरह से बंद ही कर दिए गए हैं। जिसके चलते इन प्रशिक्षुओं की टीपी पूरी ही नहीं हो पा रही है। इन प्रशिक्षुओं ने सरकार से टीपी में छूट देकर परीक्षा परिणाम घोषित करने का आग्रह किया है। अन्यथा इन्हें भविष्य में भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। जिला बिलासपुर के प्रशिक्षुओं में शुभम वशिष्ठ, मोहित कुमार, मनोज चौधरी, अनिल कुमार, ओम प्रकाश ने कहा कि वे डीएलएड का कोर्स कर रहे हैं। लेकिन टीपी के लिए लंबा इंतजार हो रहा है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी स्कूल बंद होने के चलते उनकी टीपी पूरी नहीं हो पाई। वहीं, इस साल भी स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते उन्हें ऐसा लग रहा है कि कहीं उनकी टीपी दो वर्ष के बजाय तीन वर्ष में पूरी न हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन प्रशिक्षु संघ का प्रतिनिधिमंडल फरवरी माह में राज्य परियोजना निदेशक से मिला था और उनसे टीपी के दिन कम करने की मांग की थी। लेकिन आज दिन तक कोई निर्णय नहीं लिया गया। जिसके चलते प्रशिक्षुओं को समस्या झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि डिप्लोमा इन एलिमेंट्ररी एजुकेशन जिला बिलासपुर 2018 में शुरू हुआ था।

उनकी अंतिम परीक्षाएं दिसंबर 2020 में पूर्ण हो चुकी हैं। इन परीक्षाओं से पहले प्रथम वर्ष में इनकी टीचिंग प्रैक्टिस पूरी कर ली है। इस वर्ष स्कूल खुलने के बाद डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन के द्वारा इन प्रशिक्षुओं की टीपी जिला के विभिन्न स्कूलों में लगा दी गई है। टीपी के चलते 35 दिन से ज्यादा समय हो जाना था। लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलो के कारण प्रदेश में फिर से स्कूल बंद कर दिए गए हैं। एक बार फिर उनकी टीपी को लंबा समय लगेगा। वहीं, उच्च अधिकारियों द्वारा भी इस ओर कोई भी उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीपी समाप्त न होने के कारण प्रशिक्षु अन्य कोर्सेज में भी प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। ऐसे में जिन प्रशिक्षुओं ने भारी भरकम फीस देकर अन्य कोर्सेज में प्रवेश ले लिया है वे उनमें अध्ययन नहीं कर पा रहे हैं। जिसके चलते उनके अभिभावकों के खून पसीने की कमाई भी डूबने की कगार पर है। जिसके चलते प्रशिक्षुओं और उनके अभिभावकों ने राज्य परियोजना निदेशक शिमला व हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से टीपी छूट देकर शीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि डीएलएड के प्रशिक्षुओं को यह राहत मिल जाती है तो न केवल बिलासपुर के बल्कि प्रदेश भर के प्रशिक्षुओं के लिए राहत होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा बोर्ड को इस ओर जल्द से जल्द उचित कदम उठाने चाहिएं। अन्यथा उन्हें नुकसान ही उठाना पड़ेगा।


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