उपभोक्ता अब स्वयं बनवाएंगे अपने बिल

बिजली बोर्ड ने कोरोना काल में उपभोक्ताओं को प्रदान की सुविधा, उपभोक्ता स्वयं भेजेंगे रीडिंग, बिलों के लिए नहीं करना होगा इंतजार

सुरेंद्र ठाकुर-हमीरपुर

कोरोना कॉल में बिगड़े हालातों के बीच बिजली बिल की रीडिंग कलेक्ट करने का झंझट अब समाप्त हो जाएगा। उपभोक्ता स्वयं अपने बिल बनवाएंगे। इसके लिए बिजली बोर्ड ने उपभोक्ताओं के लिए योजना तैयार की है। बिजली बोर्ड की बेवसाइट पर उपभोक्ता स्वयं अपने मीटर की रीडिंग अपलोड करेंगे। रीडिंग अपलोड करने के बाद रीडिंग के हिसाब से बिजली बिल जनरेट हो जाएगा। ऑनलाइन माध्यम से उपभोक्ता इसका भुगतान कर सकते हैं। वर्तमान हालातों के मद्देनजर बिजली बोर्ड ने यह निर्णय लिया है। ऐसा करने से जहां बिजली बोर्ड के कर्मचारियों का काम आसान होगा, वहीं बिजली बिलों को लेकर कई बार पैदा होने वाली असमंजस से भी निजात मिल जाएगी। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली बोर्ड ने यह कदम उठाया है।

बिजली बोर्ड के उपभोक्ताओं को अपने बिजली मीटर की रीडिंग हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड की बेवसाइट पर उपलोड करनी होगी। अपलोड करने के बाद बिजली बिल जनरेट हो जाएगा। विद्युत कर्मचारी ऑनलाइन माध्यम से बिजली बिलों को जनरेट कर देंगे। इसके बाद ऑनलाइन माध्यम से ही बिलों का भुगतान भी होगा। उपभोक्ता डिजिटल माध्यम से अपने बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं। ऐसे में जहां बिजली उपभोक्ताओं का समय बचेगा, वहीं बिजली बोर्ड को भी बिलों की राशि कलेक्ट करने में आसानी होगी। इस माध्यम से ग्राहक व बोर्ड के बीच बिजली बिलों के लेनदेन को लेकर पारदर्शिता भी रहेगी। जाहिर है कि कोरोनाकॉल में बिजली बोर्ड के कई कर्मचारी भी संक्रमित निकले हैं। ऐसे में हरेक घर बिजली बिल की रीडिंग नोट करने के लिए पहुंचना किसी खतरे से खाली नहीं है। इस दुविधा से निजात पाने के लिए बोर्ड ने यह नया तरीका निकाला है। सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल ई. रमेश चंद ने जानकारी दी कि महामारी के चलते यह सुविधा ग्राहकों को दी जा रही है। ग्राहक अपने बिजली मीटर की रीडिंग बेवाइट पर उपलोड करेंगे। इसके बाद बिल जनरेट होगा। ऐसे में ग्राहकों को बिजली बिल जहां समय पर प्राप्त होगा, वहीं ऑनलाइन ही इसका भुगतान भी उपभोक्ता कर सकते हैं। वर्तमान में अधिकांश उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से ही कर रहे हैं। यह प्रक्रिया ट्रस्ट बेस्ड बिलिंग पर आधारित है। अच्छी पहल है। (एचडीएम)

क्या कहते हैं अधिकारी
सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल भोटा ई. रमेश चंद ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत यह सुविधा ग्राहकों को दी जा रही है। ग्राहक अपने बिजली मीटर की रीडिंग बेवाइट पर उपलोड करेंगे। इसके बाद बिल जनरेट होगा। ऐसे में ग्राहकों को बिजली बिल जहां समय पर प्राप्त होगा, वहीं ऑनलाइन ही इसका भुगतान भी उपभोक्ता कर सकते हैं। वर्तमान में अधिकांश उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से ही कर रहे हैं। यह प्रक्रिया ट्रस्ट बेस्ड बिलिंग पर आधारित है।