आरोपी खोलेगा बड़े राज

स्टाफ रिपोर्टर- गगरेट

प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के मामले में अब तक गगरेट पुलिस का सामना करने से बच रहे आरोपी निशांत जसवाल को आखिरकार गगरेट पुलिस थाने के हवालात की दीवारें देखनी ही पड़ी। पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए जिला एवं सत्र न्यायालय ऊना में आत्म समर्पण करने पर न्यायालय द्वारा उसे न्यायिक हिरासत में भेज देने के बाद मंगलवार को गगरेट पुलिस द्वारा न्यायालय से उसकी कस्टिडी मांगने के बाद न्यायालय ने सात मई तक उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के तार कई रसूखदारों से जुड़े होने की आशंका के बीच पुलिस गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा कैसे करेगी यह देखने वाली बात होगी। हाल ही में गगरेट पुलिस द्वारा ओयल गांव के एक युवक को प्रतिबंधित दवाओं की खेप के साथ गिरफ्तार किया था।

उस युवक के पास न तो इन दवाओं का कोई रिकार्ड मिला था और न ही वैध बिल मिल पाए थे। ऐसे में पुलिस ने मादक द्रव्य पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उक्त युवक को गिरफ्तार किया था। उस युवक ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि ये दवाएं उसने गगरेट से ही ली हैं। उस युवक की सूचना के आधार पर जब पुलिस ने गगरेट के निशांत जसवाल से पूछताछ करनी चाही तो निशांत ठाकुर पहले ही भूमिगत हो गया। पुलिस अभी उसकी तलाश कर रही थी कि निशांत जसवाल ने उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत हासिल कर ली। उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत याचिका रदद हो जाने के बाद निशांत जसवाल उच्चतम न्यायालय की शरण में चला गया और वहां से भी उसे कोई राहत न मिलने पर सोमवार को उसने जिला एवं सत्र न्यायालय ऊना में आत्म समर्पण कर दिया। मंगलवार को गगरेट पुलिस ने न्यायालय से उसकी पुलिस कस्टिडी मांगी जिस पर न्यायालय ने उसे सात मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। यानी जिस फेर से निशांत जसवाल बचना चाहता था, उस फेर से वह बच नहीं पाया। अब पुलिस उससे क्या-क्या राज उगलवाती है हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है।