‘बी और ‘सी सर्टिफिकेट देगा नौकरी

एनसीसी को कालेजों और विश्वविद्यालयों में वैकल्पिक विषय बनाने की तैयारी, छात्रों को मिलेगा लाभ

कार्यालय संवाददाता – पालमपुर
देश की द्वितीय रक्षा पंक्ति एनसीसी को आकर्षक बनाने और बेहतरीन प्रतिभाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनसीसी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ निदेशालय का मुख्यालय चंडीगढ़ में है। जिसने अब अपने कैडेट्स के लिए एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने के लिए रास्ते खोल दिए हैं। अधीनस्थ शैक्षणिक संस्थाओं व विश्वविद्यालय में वैकल्पिक विषय के रूप में छात्रों को अनुशासन का पालन करने और उन में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए एनसीसी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है। एनसीसी के प्रारंभिक कार्यान्वयन के लिए मेजर जनरल जेएस संधू, एवीएसएम, अतिरिक्त महानिदेशक पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और चंडीगढ़ ने शिमला एनसीसी गु्रप को पत्र लिखकर सूचित किया है।

एनसीसी में कैडेट्स को अपने कर्तव्य को भली-भांति निभाने के लिए तैयार किया जाता है, जिससे कैडेट्स को अधिक लाभ होगा। यह यूजीसी द्वारा 15 अप्रैल 2021 को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को एनसीसी की शुरुआत करने के लिए सामान्य वैकल्पिक क्रेडिट पाठ्यक्रम के रूप में महानिदेशालय राष्ट्रीय कैडेट कोर नई दिल्ली द्वारा जारी प्रस्ताव के जवाब में दिशा-निर्देशों पर आधारित है। कुलपतियों को यूजीसी द्वारा एनसीसी निदेशालय के राज्य अधिकारियों से इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए संपर्क करने के लिए भी कहा गया है । बतरा कालेज पालमपुर के के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डा. दीप कुमार ने बताया कि इस संदर्भ पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और चंडीगढ़ एनसीसी निदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल जे एस संधू ने चारों राज्यों के अंतर्गत आने वाले सभी आठ समूहों और उनके अधीन आने वाले सभी बटालियंस और कंपनीज को पत्र लिखकर सूचित किया है। लेफ्टिनेंट डा. दीप कुमार ने बताया कि उन्हें इस संदर्भ में 1 एचपी ब्वायज बटालियन सोलन के कमान अधिकारी कर्नल भूपेंद्र सिंह मान के माध्यम से मेल प्राप्त हुई है।

ऐसे कैडेट्स को लाभ देगी एनसीसी
‘बी और ‘सी सर्टिफिकेट परीक्षा में उपस्थित होने वाले कैडेट्स को बड़ा लाभ मिलेगा। इसमें कैडेट्स को दो से पांच साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा और इस दौरान कैडेट बी और सी सर्टिफिकेट हासिल करेंगे। यह प्रमाण पत्र उच्च शिक्षा के संस्थानों और सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ निजी क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए आरक्षण से लेकर कई विशेषाधिकार प्रदान करते हैं। एनसीसी कैडेट वैकल्पिक विषय के रूप में एनसीसी का विकल्प चुन सकते हैं।