कारदार संघ बोला, नियम सभी के लिए समान

निजी संवाददाता-कुल्लू
करोना एक विश्व स्तरीय महामारी है, जो पिछले वर्ष फरवरी माह से शुरू होकर कभी कम कभी ज्यादा हो रही है। विश्व की हर सरकारें इससे बहुत चिंतित हैं। आज भारत में दूसरे दौर का करोना लोगों को प्रभावित कर रहा है। भारत वर्ष सरकार की दो गज की दूरी सभी को है जरूरी, मास्क इत्यादि नियम का पालन करने को कह रही है, जिससे इतने बड़े देश में कोरोना को सरकार कंट्रोल भी कर रही है। हर व्यक्ति को आज करोना का इंजेक्शन लग रहा है। यदि इंजेक्शन मार्केट में लगाना हो तो इसकी कीमत बहुत ज्यादा है। सरकार की जो गाइडलाइन है उसका देव समाज को पूरी तरह से पालन करना चाहिए। हिमाचल प्रदेश में देवी-देवताओं के आशीर्वाद से कोरोना अभी तक काफी कम मात्रा में है, जिस प्रकार से हमारे कुछ देव समाज के लोग अपने आपको प्रभावी बनाने के लिए जिला प्रशासन पर देव रथ लाकर प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे हैं उस पर देव समाज को सोचना चाहिए। यह बात यहां कारदार संघ ने जारी प्रेस ब्यान में कहे। कारदार संघ ने अध्यक्ष ने कहा कि जिला कुल्लू में 1948-49 में 365 देवी-देवता थे, जिनकी संख्या आज बढ़कर 500 के आंकड़े को पार कर रही है, जिससे बालागाड़, बरशेणी जैसी घटनाओं से देव समाज आहत है।

वहीं, कारदार संघ की ओर से मंगलवार को ज्ञापन भी उपायुक्त को सौंपा गया। जिला कारदार संघ ने उपायुक्त को सौंपे पत्र में लिखा कि 2006 में सरकार के साथ उपरोक्त सभी समस्याओं के निदान के लिए प्रभावी कदम उठाए थे। हर 100 वर्ष के बाद विश्व स्तरीय कोई न कोई महामारी आती है, का निदान भी देवी-देवता तब से करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। मनुष्य ज्यादा से ज्यादा 100 साल तक जिंदा रहता है। मगर देवी-देवता अनादिकाल से हजारों वर्षों से लोगों का बचाव करते आए हैं। आज हर व्यक्ति चाहे वह देव समाज का हो या अन्य को सरकार का सहयोग करना चाहिए। मंदिरों में पूजा-अर्चना विधिविधान से हो रही है। सरकार सिर्फ सामाजिक दूरी को बनाये रखने के आदेश करती है। हमारे कुछ लोग यह बात नहीं मानते है। वह इस बात को देवता के नाम डाल करके अपनी राजनीति चमका रहे हैं जो निंदनीय है। देवी-देवता आज तक अपने देऊथले से सरकार जनमानस को आदेश करते हैं न कि रथ लेकर जगह-जगह घूमते हैं। यह देव समाज के लिए बहुत बड़ी शर्मनाक घटनाएं है। यदि आज हम सरकार का साथ न दें तो यह बीमारी भयंकर होगी। जो अभी तक सरकार देवी-देवताओं के आशीर्वाद से कंट्रोल कर रही है। जिला कारदार संघ हर कदम पर सरकार का अभी तक सहयोग करता आ रहा है और बीमारी पर नियंत्रण भी हो रहा है। जिला कारदार संघ देव समाज की एक चुनी हुई संस्था है। यदि किसी देवता का कोई भी ऐसा आदेश हो उसे कारदार संघ मानता है। मगर कुछ वर्षों से जिस प्रकार से हो रहा है यह देवी.देवता नहीं बल्कि कुछ शरारती लोगों के दिमाग की उपज है। इसे कंट्रोल में रखना चाहिए अन्यथा कारदार संघ को अपने वजुए.लरज संविधान अधिकारों के अनुसार ऐसे देवी-देवता जो बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग कोविड-19 का पालन नहीं कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्यवाही करने की सिफारिश कर सकती है।