बरसात में पौधे रोपेगा वन विभाग

ऊना के 200 हेक्टेयर में पौधारोपण अभियान की योजना तैयार, पीपल-अर्जन और नीम के पेड़ों को दी जाएगी खास तवज्जो

निजी संवाददाता-चिंतपूर्णी
बरसात का मौसम शुरू होते ही वन विभाग ऊना द्वारा पौधारोपण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पौधारोपण करने के लिए वन विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है। जिससे जिले में इस बार करीब 200 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण करने के लिए विभाग ने प्लान तैयार किया है। इस बार पीपल, वटवृक्ष, अर्जुन और नीम जैसे पेड़ों को खास तौर पर तवज्जो दी जाएगी।

डीएफओ ऊना मृत्युंजय माधव ने बताया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार इस बार पीपल व बरगद के पेड़ लगाने में तवज्जो दी जाएगी। वहीं इसके साथ नीम,अशोक, जामुन व अर्जुन के पेड़ भी काफी संख्या में लगाए जाएंगे क्योंकि यह पेड़ ऑक्सीजन देने में सबसे ज्यादा मददगार हैं। इस बार राज्य सरकार ने भी ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों को लगाने के लिए खास दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ऑक्सीजन की बेहतर सप्लाई के लिए व वातावरण को शुद्ध करने के लिए सभी जिलों में ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों को लगाने में बढ़ावा देने के निर्देश राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। वहीं वन विभाग ऊना इस बार पूरे जिले में करीब 400 पेड़ पीपल व 100 पेड़ वट वृक्ष को विशेष रूप से लगाने के लिए योजना बना चुका है। नीम, अर्जन ,जामुन जैसे पेड़ जो कि ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में मददगार हैं उनको भी लगाया जाएगा।

जामुन का पेड़
जामुन का पेड़ 50 से 100 फीट तक लंबा हो सकता है। इसके फल के अलावा यह पेड़ भी अच्छी ऑक्सीजन देता है। यह पेड़ सल्फर ऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी जहरीली गैसों को हवा से सोख लेता है। इसके अलावा कई दूषित कणों को भी जामुन का पेड़ ग्रहण करता है।