बिना पानी धान की रोपाई बनी आफत

शाहनहर से पानी न मिलने पर मंड के किसानों में रोष , रियाली और जट्ट वेली के लोगों ने की नारेबाजी

निजी संवाददाता—ठाकुरद्वारा
प्रदेश की सबसे बड़ी शाहनहर सिंचाई परियोजना जिसका निर्माण करोड़ों की लागत से किया गया था ताकि मंड क्षेत्र के किसानों को फसलों की सिंचाई हेतु पानी मिल सके। पर आज तक किसी भी एरिया के किसान को पर्याप्त रूप में फसल सिंचाई के लिए पानी नहीं मिला है। जबकि पंजाब के ही किसान इस नहर से सरेआम पानी फसलों को लगा रहे हैं।

अभी धान रोपाई का सीजन है कई किसानों ने अपने जल साधनों के माध्यम से फसल लगा दी है और कई शाहनहर के सहारे धान की रोपाई करने के सपने देख रहे हंै पर आज तक उनके खेतों में शाहनहर का पानी नहीं पहुंचा है। किसानों का कहना है कि नहर की क्षमता अढ़ाई फुट पानी की है पर इसमें आज तक एक फुट पानी नहीं आया है और अगर हम ऊपर से पानी छोड़कर ले आते हंै तो हमारे खेत में पहुंचने से पहले ही पंजाब या हिमाचल के कुछ किसान गैर कानूनी तरीके से पानी अपनी फसलों को पानी छोड़ देते हंै। शनिवार को विभाग की कारगुजारी से तंग आकर मंड क्षेत्र के रियाली और जट्ट वेली के किसानों ने विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर रविंद्र सिंह लाडी ने कहा कि जल्द ही किसानों को पानी की सुविधा को बहाल किया जाए। इस मौके पर सरवन कुमार, शशि कुमार, मुरीद, लक्की, हेमराज युवा मोर्चा सचिव हरदीप सिंह, दीपा, तिलक सहित अन्य लोग भी हाजिर रहे। इस संदर्भ में शाहनहर के एसडीओ ने बताया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। हम पूरी कोशिश करेंगे कि हम किसानों को पानी की सुविधा दें पाए और उनकी समस्या का समाधान हो हो सके। पानी के बगैर फसलें अच्छी नहीं होंगी।