नशे का नेटवर्क तोडऩे को पुलिस-ड्रग विभाग एक साथ

By: Jul 23rd, 2021 12:56 am

प्रदेश में नशीली दवाओं के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने को बद्दी में मंथन,पुलिस एनसीबी, सीआईडी व राज्य दवा नियंत्रण प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी की शिरकत

विपिन शर्मा-बीबीएन
हिमाचल में नशीली दवाओं के अवैध निर्माण और कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस विभाग व राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण मिलकर कार्य करेंगे,इसी कड़ी में गुरुवार को बद्दी में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें तय किया गया कि जहां फार्मा उद्योगों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी वहीं नशे के कारोबार में जुटे लोगों की धरपकड़ के लिए भी नए सिरे से रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता राज्य गुप्तचर अपराध विभाग के आईजी डा. अतुल फुलजले ने की जबकि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से डीजीपी संजय कुंडू ने भी बैठक में हिस्सा लिया और नशीली दवाओं के नेटवर्क को तोडऩे के लिए अहम दिशा निर्देश जारी किए। इस दौरान नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह, राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह, उपनिदेशक ओपीएस न्यू दिल्ली, पांच जिलों के एसपी, डीएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि हाल ही के दिनों में हिमाचल के फार्मा उद्योगों पर नशे के लिए दुरुपयोग होने वाली दवाओं , प्रतिबंधित दवाओं के आरोप लगे है इसके अलावा सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीली दवाओं के कई मामले पकड़ में भी आए है। इसी के मददेनजर नशे के नेटवर्क को तोडऩे के मकसद से बद्दी में मंंथन किया गया और व्यापक एकशन प्लान तैयार किया गया।

डीजीपी संजय कुंडू ने अपने संबोधन में औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, कालाअंब, पांवटा साहिब, सोलन, परवाणू, ऊना व कंागड़ा स्थित फार्मा उद्योगों में बन रही नशीली दवाओं के अवैध निर्माण, व्यापार व दुरुपयोग को रोके ने के संर्दभ में प्रभावी रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए। हिमाचल प्रदेश में फार्मा ओपयडस की समस्या व समाधान के मुद्दे पर राज्य गुप्तचर विभाग (नारकोटिक्स) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी शिवा कुमार ने अपने विचार रखे, जबकि राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने प्राधिकरण दवारा नशे के लिए दुरुपयोग होने वाली दवाओं के उत्पादन से लेकर वितरण तक की गतिविधि पर निगरानी के लिए उठाए जा रहे कदमों व भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी। अतंरराष्ट्रीय व अंतर राज्यीयस्तर पर फार्मा ओपयडस के प्रभाव पर आईजी डा. अतुल फुलजले ने जानकारी दी और एनसीबी चंडीगढ़ के जोनल निदेशक ज्ञानेंद्र सिंह ने कार्यशाला के दौरान फार्मा ओपयडस के अवैध व्यापार के नए तरीकों के बारे में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को अवगत करवाया। इस दौरान पुलिस जिला बद्दी, जिला सिरमौर, जिला ऊना, जिला कांगड़ा व जिला सोलन के एसपी , डीएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। (एचडीएम)

संपत्ति कुर्क करने पर हुई चर्चा
कार्यशाला के दौरान एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेशवर सिंह (भा.पु.से.) व उप निदेशक (ओपीएस) केपीएस मल्होत्रा ने फार्मा ओपयडस के अवैध व्यापार के लिए व्यापारियों द्वारा अपनाए जाने वाली नई तकनीकों व एलईए द्वारा पेश की जा रही दिक्कतों के बारे में जानकारी दी,वहीं राज्य दवा नियंत्रक बद्दी नवनीत मरवाह ने औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम को प्रभावी तरीके से लागू करना व लागू करने में पुलिस विभाग की भूमिका के संर्द ा में जानकारी दी जबकि इस दौरान नशीली दवाओंं के अवैध कारोबारियों की पहचान करके उनकी निगरानी करने के उपरांत मादक पदार्थ अधिनियम व औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के अधीन कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति कुर्क करने पर भी विचार-विमर्श किया गया।


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