आश बाल विकास केंद्र की मोबाइल थेरेपी सेवाएं शुरू

दिव्य हिमाचल ब्यूरो- कुल्लू
जिस तरह से कोरोना महामारी पूरे विश्व में एक भयंकर समस्या बनकर सामने आई, वहीं आश बाल विकास केंद्र भी इस महामारी से अछूता नहीं रहा। इस बात की खुशी है कि केंद्र का कोई भी स्टाफ या केंद्र से संबंधित कोई भी बच्चा कोरोना पॉजिटिव नहीं आया। यह बात यहां आश बाल विकास केंद्र की संचालिका श्रुति मौरे भारद्वाज ने कही। उन्होंने कहा कि अब काफी लंबे समय बाद थेरेपी सेवाएं पुन: आरंभ हो चुकी हैं, जिसके चलते केंद्र द्वारा थेरेपी ऑन व्हील, जो कि भारत देश का पहला थेरेपी ऑन व्हील कार्यक्रम है। यह सेवाएं दोबारा आरंभ कर दी गई हैं, जिसके चलते शनिवार को मणिकर्ण घाटी के सांझा चूल्हा, वराधा और जरी जैसे क्षेत्रों में दिव्यांग बच्चों को थेरेपी सेवाएं उपलब्ध कराई गई।

श्रुति मौरे भारद्वाज निदेशक ने बताया कि आश बाल विकास केंद्र संफिया फाउंडेशन का एक उपक्रम है, जिसके चलते कुल्लू जिला के अखाड़ा बाजार में केंद्र स्थापित किया गया है, जहां पर विशेष बच्चों अर्थात दिव्यांग बच्चों को विभिन्न तरह की थेरेपी सेवाएं दीं जाती हैं। उन्होंने कहा कि थेरेपी ऑन व्हील के माध्यम से हमारा गांव-गांव तक पहुंचने का सपना साकार होने लगा है और अब कोरोना महामारी का प्रकोप जब कम हो रहा है तो हमारी गतिविधियों में नई ऊर्जा संचालित हो रही हैं और अब थेरेपी ऑन व्हील गांव-गांव जाकर दिव्यांग बच्चों को उनकी आवश्यकता अनुसार थेरेपी सेवाएं उपलब्ध कराने में सार्थक सिद्ध होगी ।