बस स्टैंड के बाहर रोकी बसें

ऊना में फूटा परिवहन कर्मियों का गुस्सा; अधिकारी के स्थानांतरण करने पर भड़के कर्मी, जमकर की नारेबाजी

नगर संवाददाता- ऊना
निजी आपरेटरों की मांग पर निगम के शिमला स्थित एक अधिकारी के स्थानांतरण करने पर शनिवार को ऊना बस अड्डा पर एचआरटीसी की विभिन्न यूनियनों ने संयुक्त रूप से रोष प्रदर्शन किया। एचआरटीसी के चालकों-परिचालकों ने आईएसबीटी में मुख्य प्रवेश द्वार के साथ बसें लगाकर निजी बसों को बस स्टैंड में प्रवेश नहीं करने दिया। इससे न तो कोई बस अड्डे के अंदर प्रवेश कर पाई और न ही कोई बस बाहर निकली। यूनियन के प्रदर्शन के बाद न तो एचआरटीसी की लोकल और न ही लंबे रूट की कोई बस चली। इस दौरान चालकों व परिचालकों ने खूब नारेबाजी भी की। शनिवार को निजी बसें बस स्टैंड के बाहर से सवारियों को उतारा व चढ़ाया। इसके चलते आईएसबीटी के बाहर कई घंटे जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस कर्मचारियों के लिए ट्रैफिक जाम से निपटना चुनौती बना रहा। इस दौरान अन्य वाहन चालकों व पैदल राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। एचआरटीसी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रधान गौरव राणा, प्रैस सचिव नरेश कुमार, एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के प्रधान जसवीर सिंह, सर्व कर्मचारी यूनियन के प्रधान यशपाल, एचआरटीसी परिवहन मजदूर संघ के शक्ति कुमार, ओंकार सिंह, रोहित, शशि पाल ने कहा कि नगम प्रबंधन द्वारा निगम हित में आवाज उठाने व निजी आपरेटरों की मनमानी के खिलाफ खड़ा होने के चलते एक अधिकारी को निजी आप्रेटरों की मांग पर स्थानांतरित कर दिया गया। जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे प्रत्येक निगम कर्मचारी हतोत्साहित महसूस कर रहे है।

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है जो कर्मचारी या अधिकारी निगम हित में कार्य करेगा, उसे प्रताडि़त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारी इस प्रवृत्ति को बिलकुल भी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारियों ने परिवहन मंत्री को भी वास्तविक स्थिति से अवगत नहीं करवाया। उन्होंने कहा कि किसी का स्थानांतरण करवाना, रुकवाना कर्मचारी संगठनों का कार्य नहीं है, परंतु जिस समय का एक बाहरी प्रतिद्वंदी निगम के हित पर कोई मांग व आंदोलन कर रहा हो और बिना छानबीन किए उनकी मांग अनुरूप फैसला ले लिया जाए, उससे एक तो निगम कर्मचारियों व अधिकारियों में यह संदेश गया कि जो कर्मचारी निगम हित में प्रतिस्पर्धा कर रहा है उसे प्रताडि़त होना पड़ेगा। वहीं दूसरे प्रतिद्वंदी में उत्साह से भरेगा। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री से मांग है कि निजी बस आप्रेटरों की मांग के चलते किए गए अधिकारी का तबादला तुरंत रोका जाए, ताकि फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों का मनोबल बना रहे। उन्होंने कहा कि इसका जल्दी से जल्दी समाधान निकाला जाना चाहिए। जब तक इसका समाधान नहीं किया जाता तब तक परिवहन निगम का प्रत्येक कर्मचारी अपनी दिनचर्या का बहिष्कार कर आंदोलनरत रहेगा। उन्होंने इस दौरान किसी को भी होने वाली परेशानी की जिम्मेदारी सरकार व निगम प्रबंधन की होगी।

बाहरी राज्यों को जाने वाले 20 रूट्स हुए प्रभावित

बस अडडा प्रभारी ऊना अविनाश खुल्लर ने बताया कि रोष प्रदर्शन के चलते शनिवार को लोकल व बाहरी राज्यों को जाने वाले 20 रूट्स प्रभावित हुए है।