भारत में डायरेक्ट सैलिंग का कारोबार 16776 करोड़ के पार

By: Jul 22nd, 2021 12:05 am

टीम — नई दिल्ली-चंडीगढ़

भारतीय डायरेक्ट सैलिंग कारोबार वर्ष 2019-20 में 28 प्रतिशत की प्रभावशाली वार्षिक वृद्धि के साथ 16776 करोड़ रुपए पहुंच गया जो वर्ष 2018-19 के मुकाबले 3696 करोड़ अधिक है। देश में डायरेक्ट सैलिंग उद्योग की संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसएस) की केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश द्वारा नई दिल्ली में जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा डायरेक्ट सैलिंग उद्योग देश में लाखों लोगों को स्वरोजगार, अतिरिक्त आय सृजन और स्टार्टअप का अवसर प्रदान कर रहा है। देश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौन तैयार करना, उनके मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। मंत्रालय ने इस संबंध में अनेक कदम उठाए हैं तथा डायरेक्ट सैलिंग उद्योग को इसका लाभ उठाना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार देश में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग और कारोबार का दायरा तेजी से बढ़ रहा है और इसने गत चार सालों में 18 प्रतिशत सीएजीआर दर्ज की है।

इसके अलावा डायरेक्ट सैलिंग से जुड़े लोगों की संख्या वर्ष 2018-19 के लगभग 57 लाख के मुकाबले वर्ष 2019-20 में 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए लगभग 74 लाख तक पहुंच गई है। आईडीएसए की अध्यक्ष रिनी सान्याल ने रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा सर्वेक्षण रिपोर्ट देश में डायरेक्ट सैलिंग कारोबार को लेकर उत्साहजनक परिदृश्य दिखाती है। ऐसे में जब दुनियाभर में कोरोना महामारी के चलते गंभीर सामाजिक-आर्थिक संकट व्याप्त है, लेकिन इसके विपरीत डायरेक्ट सैलिंग कारोबार की वक्र रेखा उत्तरोत्तर बढ़ रही है। आईडीएसए के उपाध्यक्ष रजत बनर्जी ने खुशी व्यक्त करते कहा कि भारत वर्ष 2019 में विश्व डायरेक्ट सैलिंग कोरोबार में अपने 15वें स्थान से सुधार करते हुए 12वें स्थान पर पहुंच गया।


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