चारे की राशि डकारता रहा गोसदन संचालक

गौरव जैन-सुजानपुर
गोसदनों के नाम पर दान के पैसे हड़पने जैसे मामले प्रदेश में पहले भी आते रहे हैं लेकिन सुजानपुर उपमंडल में जो वाकया सामने आया है वो सच में रौंगटे खड़े करने वाला है। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा किए गए निरीक्षण में सामने आया है कि यहां गोसदन चला रहे एक व्यक्ति नेे न केवल पशुओं की देखरेख और चारे के लिए दी जाने वाले राशि को डकार लिया बल्कि बेजुबान पशुओं को मरने के लिए जंगल में छोड़ दिया। इस व्यक्ति की ऐसी हरकत के कारण न केवल दर्जनों पशु जंगल में मृत पाए गए बल्कि बहुत सारे अधमरी हालत में मिले हैं। मामला सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के पंचायत रंगड़ का है। यहां गोसदन चला रहे एक व्यक्ति की कार्यप्रणाली पर जब ग्रामीणों को संदेह हुआ तो पंचायत प्रतिनिधियों ने उसका निरीक्षण किया।

जानकारी के अनुसार सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के पंचायत रंगड़ में एक व्यक्ति काफी समय से गोसदन चला रहा था। गोधन की रक्षा के नाम पर दर्जनों लोग उसे भोजन, घास हरे पट्टे सहित नकद राशि गोशाला संचालक के पास दे जाते थे। लेकिन संचालक दान की इक_ी की गई राशि से पशुओं की देखरेख और चारे आदि की व्यवस्था न कर गलत कार्यों पर पैसा खर्च करता था। पंचायत प्रतिनिधियों के पास मामला पहुंचा, तो उन्हें शक हुआ कि गोशाला संचालक पैसे का गलत इस्तेमाल कर रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने शक की बिनाह पर ग्रामीणों की एक टीम गठित की और पास के जंगल में सर्च ऑप्रेशन चलाया। इस दौरान टीम के सदस्यों को जंगल में मरे हुए पशु मिलने लगे जिनकी संख्या गिनते-गिनते दर्जनों में हो गई। बताते हैं कि उनमें से कुछ की हालत इतनी खराब है कि वे चलने में असमर्थ हैं।(एचडीएम)

प्रशासन से कार्रवाई की मांग
रंगड़ पंचायत प्रधान संजीव कुमार की मानें तो जो गोशाला चल रही थी वह पंजीकृत नहीं थी। पंचायत प्रतिनिधियों ने एक स्वर में जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से उक्त गोशाला संचालक पर स त कार्रवाई की मांग की है।
मृत पशुओं का करवाया अंतिम संस्कार
वहीं, सतपाल शर्मा, एसएचओ सुजानपुर ने कहा कि पंचायत की ओर से सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन, पुलिस और वेटरनरी विभाग की टीम मौके पर गई थी और मृत पशुओं का अंतिम संस्कार करवाया गया है। इस मामले में छानबीन की जा रही है।