नेताओं की जासूसी करवाना संवैधानिक अधिकारों की हत्या

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-हमीरपुर
राहुल गांधी सहित मुख्य न्यायाधीश तथा मीडिया से संबंधित लोगों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के मोबाइल फोन हैंक कर पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर जासूसी करवाने का मामला गंभीर होने के साथ षड्यंत्रों के माध्यम से लोकतंत्र तथा संवैधानिक अधिकारों की हत्या का भी विषय है। यह बात प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता प्रेम कौशल ने जारी प्रेस बयान में कही। इस संपूर्ण घटनाक्रम से एक बात का स्पष्ट संकेत मिलता है कि कहीं न कहीं सरकार और भाजपा इस जासूसी कांड में पूरी तरह से संलिप्त हैं और इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से सरकार से मतभेद रखने वाले लोगों की जासूसी करवाकर घिनौनी राजनीति की गई है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में मुख्य न्यायाधीश की जासूसी का तथ्य तो अदालती कामकाज और उसके निर्णयों पर भी कई प्रकार के सवाल पैदा करता है। इस पूरे प्रकरण की जांच करने की बजाए लीपापोती करने का सरकार का प्रयास स्वत: पर्दे के पीछे हुए खेल की कहानी बयां करता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राफेल घोटाला फ्रांस सरकार की नजर में जांच करवाने योग्य है परंतु भारत सरकार जांच से भाग रही है।