गुस्साए बागबानों ने निकाली रैली

टीम-कुल्लू, आनी
सेब की कीमतों में आई कमी पर बागवान आग-बबूला हो गए हैं। कुल्लू फलोत्पादक मंडल और किसान सभा ने संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय कुल्लू में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। बागबानों का आरोप है कि जब से बड़ी-बड़ी कंपनियों ने सेब की खरीद शुरू की राज्य में सेब के दामों में भारी कमी आई। इससे बागवान बैकफुट पर आ गए हैं। सोमवार को संयुक्त किसान सभा ने सरकार के खिलाफ रैली निकाली और जमकर नारेबाजी की। यह रैली रथ मैदान से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक गई। फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि जब सरकार ने सारे अधिकार अडानी-अंबानी को बेचे हैं, तब से किसानों के सेब व अन्य उत्पादों के दाम घट गए हैं।

जो सेब 70 रुपये किलो बिकता था, वह अब आठ से 10 रुपये तक खरीदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि दवाइयों व खादों पर सब्सिडी खत्म कर दी है। मजदूरी खर्चा भी बढ़ गया है। किसान नेता हौतम सौंखला ने कहा कि प्रदेश सरकार जहां किसान-बागवानों की आय दोगनी करने की बात करती है वहीं किसानों-बागवानों के साथ छलावा किया जा रहा है। मंडियों पर सरकार की पकड़ नहीं है। अडानी-अंबानी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। आज सेब पर जहां 20 रुपये लागत खर्चा है, वहीं मंडियों में सेब आठ रुपये किलो खरीदा जा रहा है। इस अवसर पर भारी संख्या में जिला के बागवान और किसान मौजूद रहे। उधर, आनी के फल उत्पादक संघ ने सोमवार को सेब के कम दामों को लेकर किसान सभा के बैनर तले आनी बाजार में धरना प्रदर्शन किया। मंच ने कहा कि जब तक मंच की 11 सूत्री मांगों पर अमल नहीं किया गया, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। मंच ने कहा कि सेब की लड़ाई हम सिर्फ इस साल के लिए नहीं लड रहे हैं एयह आगे के लिए है, ताकि किसान बागबानों का शोषण न हो। 27 सितंबर को गांव के किसान बागबान हड़ताल पर जाएंगे ।