50 फीसदी अंक के साथ स्नातक तो बेझिझक करें एमबीए

कार्यालय संवाददाता — कुल्लू
यदि किसी विद्यार्थी ने इग्नू में बीए की पढ़ाई करते हुए 50 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं, तो उसे अब एमबीए की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा से नहीं गुजरना पड़ेगा। हालांकि अन्य परीक्षाएं तो देनी पड़ेगी, लेकिन एमबीए की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा का झंझट उसके लिए समाप्त हो गया है। जुलाई, 2021 सत्र से इसका आगाज हो चुका है। इसमें प्रवेश लेने की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की है। यह बात इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डा. जोगेंद्र कुमार यादव ने कुल्लू अध्ययन केंद्र 1107 की ऑनलाइन शिकायत निवारण बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि इग्नू की ओर से इस तरह का निर्णय अपने आप में सराहनीय है और कई छात्र इससे लाभान्वित भी होंगे। वे इग्नू के इस कार्यक्रम में जुड़कर अपना भविष्य बना सकते हैं, जिन्हें बिना प्रवेश परीक्षा के एमबीए में दाखिला मिलेगा। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग के लिए स्नातक में 50 फीसदी अंक जरूरी हैं, जबकि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए 45 फीसदी अंकों की शर्त है। कुल्लू अध्ययन केंद्र इग्नू की ओर से ऑनलाइन शिकायत निवारण बैठक में करीब 100 छात्रों ने शिरकत की। साथ ही उन्होंने इग्नू में अध्ययन के दौरान आने वाली अपनी समस्याएं क्षेत्रीय निदेशक के समक्ष रखीं, जिनका तुरंत निदान भी किया गया।

छात्रों को एडमिशन से लेकर असाइनमेंट बनाना, अध्ययन की सामग्री एकत्र करना, परीक्षा फार्म भरना, पुन: पंजीकरण सहित इग्नू अध्ययन से संबंधित समस्त जानकारियां प्रदान की। उन्होंने कहा कि जो लोग किसी कारणवश अपनी पढ़ाई रेगुलर नहीं रख पाते, उनके लिए इग्नू किसी वरदान से कम नहीं है। इग्नू छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर पीएचडी स्तर के कार्यक्रम चलाती है। साथ ही इग्नू में प्रवेश लेने के लिए साल भर का इंतजार नहीं करना पड़ता है। प्रवेश प्रक्रिया साल में दो बार जनवरी और जून माह में होती है। डा. यादव ने कहा कि स्टूडेंट को उम्दा ज्ञान बांटने के लिए इग्नू की ओर से 24 घंटे का ज्ञान दर्शन चैनल भी चलाया जाता है। साथ ही स्टूडेंट को जो अध्ययन सामग्री भेजी जाती है, उसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों शामिल होते हैं। अध्ययन सामग्री को इस तरह से तैयार किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों को अपनी कक्षा का ही आभास होता है। प्रिंट सामग्री के साथ-साथ ऑडियो-वीडियो भी तैयार किए हैं। कुल्लू अध्ययन केंद्र की को-आर्डिनेटर प्रो. सीमा शर्मा ने बैठक का शुभारंभ और समापन किया। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए शिकायत निवारण बैठक बहुत ही उपयोगी साबित रही। उन्होंने कहा कि हालांकि उनके केंद्र की ओर से भी छात्रों की दिक्कतों को दूर करने का भरसक प्रयास किया जाता है। क्षेत्रीय निदेशक ने इग्नू के हर पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। बैठक में एसिस्टेंट को-आर्डिनेटर प्रो. चेत राम व प्रो. गोविंद सिंह ने भी शिरकत की।