सेंसेक्स की 60 हजार की यात्रा और आपका पोर्टफोलियो

By: Sep 27th, 2021 12:02 am

25 जुलाई, 1990 को जब सेंसेक्स ने पहली बार 1000 का आंकड़ा छुआ, तो कुछ ही लोगों ने सोचा होगा कि अपनी यात्रा में यह कितने मील के पत्थर बनाएगा और कहां तक जाएगा। इसलिए शुक्रवार को जब इसने 60,000 का आंकड़ा छुआ, तो यह एक ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि वास्तव में इस 30 शेयरों वाले बेंचमार्क इंडेक्स के लिए यह उतार-चढ़ाव वाली किंतु एक यादगार यात्रा रही है।

लेखक : करुणेश देव

केवल 31 साल से कुछ अधिक समय में सेंसेक्स 1000 के स्तर से अब 60,000 के स्तर पर पहुंच गया है। हैरत की बात यह भी है कि 50,000 का पिछला ऐतिहासिक स्तर इसी साल जनवरी के महीने आया था।

-6 फरवरी, 2006 को सेंसेक्स पहली बार 10,000 अंक के जादुई आंकड़े पर पहुंचा था (ऐसा करने में इसे 5942 सत्र का समय
लगा था)

-29 अक्तूबर, 2007 को इसने 20,000 का स्तर छुआ था (केवल 432 सत्र)

-4 मार्च, 2015 को बेंचमार्क सेंसेक्स ने 30000 अंक का आंकड़ा पार किया था (1820 सत्र)

-चार वर्ष बाद, 23 मई, 2019 को सेंसेक्स 40,000 के स्तर पर पहुंचा (इसमें 1042 सत्र का समय लगा)

-यहां से 50,000 अंक की यात्रा दो वर्ष से भी कम रही और 21 जनवरी, 2021 को इतिहास बना (415 सत्र)

-सेंसेक्स में अभी तक का सबसे तेजी का प्रदर्शन इसका एक ही वर्ष के अंदर 50,000 से 60,000 पहुंचना है, जो 24 सितंबर, 2021 को हुआ है (इस 10,000 अंक की बढ़त में केवल 166 सत्र का समय लगा है)

पिछले वर्ष जिस प्रकार का कठिन समय पूरी दुनिया ने देखा है, उसे ध्यान में रख कर यदि स्थिति का आकलन करें, तो हमें लगेगा कि यह किसी अजूबे से कम नहीं है।

आगे क्या है: अब ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने सेंसेक्स के लिए भविष्य के स्तरों की भविष्यवाणी करना शुरू कर दिया है और अगले एक से पांच सालों में 100,000-200,000 तक से स्तर की अभी से भविष्यवाणी कर रहे हैं। ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है, जिन्होंने तीसरी लहर के कारण मंदी की भी भविष्यवाणी करना शुरू कर दिया है।

1. यदि आप निवेशित हैं और पैसा किसी आवश्यक कार्य हेतु नहीं चाहिए तो बने रहें

2. एक स्तर पर देखें तो 60, 000 को केवल एक संख्या के रूप में सोचें। अगर आपने उन लक्ष्यों के लिए निवेश किया है, जो कुछ वर्ष दूर हैं, तो निवेशित रहें। आप इससे अधिक ऊंचे स्तर देख सकते हैं और फिर निर्णय ले सकते हैं।

3. यदि आपने अच्छे शेयरों में अथवा उच्च ट्रैक रिकॉर्ड वाले म्यूचुअल फंड में निवेश किया है, तब भी डरने की आवश्यकता नहीं है और आप निवेश में बने रह सकते हैं।

4. जिन निवेशकों ने विषयगत और क्षेत्रीय या कुछ छोटे और मिड कैप फंड्स में निवेश किया है, जो अब बढिय़ा रिटर्न दे रहे हैं और जिनका लंबा ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है, उनमें वे मुनाफा बुक करके लार्ज या फ्लेक्सी कैप फंड में जा सकते हैं।

चलते-चलते
बीएसई सेंसेक्स की यात्रा हमें एक बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सिखाती है-व्यवस्था परिवर्तन, राजनीतिक उथल-पुथल, घोटालों, संसद पर हमले, वित्तीय संकट, विमुद्रीकरण और कोविड-19 के बावजूद जीवन चलता रहता है और इसी तरह हमारी अर्थव्यवस्था और वित्तीय गतिविधियां भी चलती रही हैं और आगे भी अधिक सुदृढ़ता से चलेंगी। परिवर्तन बाजारो की अनिवार्य विशेषता है।

जागरूक रहें और निवेशित रहें। सुरक्षित रहिए व स्वस्थ रहिए।

संपर्क: karuneshdev@rediffmail.com

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।


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