15 दिन में साढ़े 58 हजार भक्तों ने किए मां बालासुंदरी के दर्शन

By: Oct 21st, 2021 12:55 am

96.20 लाख की नकद राशि के अलावा सोने-चांदी से भरे भंडार
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-त्रिलोकपुर
उत्तर भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ महामाया बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में चल रहा आश्विन नवरात्र का 15 दिवसीय मेला बुधवार को संपन्न हो गया। प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा तय की गई कोरोना एसओपी के तहत भले ही इस बार श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ नहीं रही, परंतु 15 दिनों में माता बालासुंदरी मंदिर में 58,500 श्रद्धालुओं ने देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचकर त्रिलोकपुर में शीश नवाया। 15 दिवसीय नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा 96,20,540 रुपए की नकद राशि माता बालासुंदरी के चरणों में अर्पित की गई। इसके अलावा 32 ग्राम 300 मिलीग्राम सोना व 27 किलोग्राम 727 ग्राम चांदी भी श्रद्धालुओं द्वारा माता के चरणों में भेंट की गई। नवरात्र मेले के दौरान जिला सिरमौर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की व्यवस्था, मेला स्थल पर सभी तरह की व्यापारियों व श्रद्धालुओं की आमद के अलावा मंदिर में प्रवेश के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। मंदिर में श्रद्धालुओं को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के साथ-साथ कोरोना वैक्सीनेशन के प्रमाण पत्र के बाद ही प्रदेश दिया जा रहा था। जिला प्रशासन की ओर से मंदिर न्यास आयुक्त एवं उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम द्वारा वकायदा कोरोना एसओपी जारी की गई थी तथा उसी के तहत श्रद्धालुओं को मंदिर कैंपस में अनुमति दी गई। उपायुक्त सिरमौर एवं आयुक्त त्रिलोकपुर मंदिर न्यास रामकुमार गौतम व संयुक्त आयुक्त मंदिर न्यास रजनेश कुमार ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश दिए गए थे। इसके अंतर्गत उचित दूरी, मास्क पहनना, हाथों को सेनिटाइज करना शामिल थे। इसके अलावा मंदिर में दर्शन के दौरान मूर्तियों को छूने तथा चुन्नी चढ़ाने पर प्रतिबंध रहा तथा श्रद्धालुओं को मंदिर में भजन कीर्तन की अनुमति भी नहीं थी।

उन्होंने बताया कि मंदिर कैंपस में स्थित धर्मशालाओं में 50 प्रतिशत क्षमता पर रात्रि ठहराव की व्यवस्था की गई थी। इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर के बाहर लगने वाले लंगर की अनुमति भी इस बार नहीं थी। उपायुक्त ने बताया कि मंदिर में केवल सूखा प्रसाद ही श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया गया। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सामूहिक या व्यक्तिगत रूप से पूजा-अर्चना, कन्या पूजन, हवन, मुंडन पर प्रतिबंध रहा। मेले के दौरान जिला सिरमौर पुलिस के पुलिस अधीक्षक ओमापति जमवाल ने पूरी व्यवस्था का जिम्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा को दिया था। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि त्रिलोकपुर में आश्विन नवरात्र का 15 दिवसीय मेला पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। इस दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना सामने नहीं आई। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान 300 से अधिक पुलिस, होमगार्ड व निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए थे। इसके अलावा कलोज सर्किट कैमरे भी विभिन्न स्थानों पर कड़ी निगरानी के लिए स्थापित किए गए थे। इसके अलावा जिला सिरमौर के नाहन स्थित रियासतकालीन ऐतिहासिक कालीस्थान मंदिर, हरिपुरधार स्थित माता भंगायणी मंदिर, कटासन देवी मंदिर के अलावा तमाम देवी स्थलों पर नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।


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