किन्नौर में बर्फबारी से सेब के पौधे तहस-नहस

जिला में अंबर का रौद्र रूप, सेब बागबानों पर टूटा कुदरत का कहर

मोहिंद्र नेगी — रिकांगपिओ
मंगलवार को किन्नौर जिला में बले ही मौसम साफ रहा, लेकिन बीते दो दिन जिला के निचले क्षेत्रों में भारी बारिश व ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी ने कई सेब बागबानों के सेब की फसल सहित पौधों को तहस-नहस कर दिया है। सर्दियों के शुरुआती दिनों में ही कुदरत के इस रोद्र रूप को देख कई बागबान सदमे में हैं। कई परिवार दशकों की कड़ी मेहनत को पल भर में अपने आंखों के सामने तहस-नहस होता देख पीडि़त परिवार खून की आंसू रोने को मजबूर हैं। आप को बता दें कि इस समय सेब बहुल जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब की फसल अभी भी पेड़ों में ही है। ऐसे समय में हुई बर्फबारी उन बागबानों पर कहर बन के टूटी है।

किन्नौर में सेब की हुई इस नुकसान पर किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने सरकार से मांग की है कि सरकार जल्द नुकसान का मूल्यांकन कर राहत पैकेज जारी कर ताकि जिन प्रभावितों की आर्थिकी की भारी नुकसान हुआ है उन्हें सहायता मिक सके। बता दें कि इस बर्फबारी से किन्नौर जिला के रकछम, खोरोगला, मस्तरंग, सांगला, ठंगी, रिब्बा, नेसांग, कानम, आसरंग, लाबरंग, रोपा, चांगो, हांगो सहित कई अन्य क्षेत्रों में सेब से लदे पौधों पर बर्फ गिरने से सेब की फसल सहित अन्य पोधों को बारी नुकसान हुआ है। (एचडीएम)