अर्थराइटिस की सम्स्‍या

By: Oct 16th, 2021 12:15 am

अर्थराइटिस के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और हड्डियों में दर्द या सूजन की समस्या होने लगती है। ये समस्या शरीर के अलग-अलग अंगों को प्रभावित करती है जिसमें से एक है स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी। अर्थराइटिस का असर रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है जिसके कारण बैक पेन, सूजन, सुन्न होने की शिकायत होने लगती है। इस समस्या से बचना ही इसका उपाय है। आइए जानते हैंस्पाइन को अर्थराइटिस किस तरह से प्रभावित करता है और इससे बचने के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है।

स्पाइन पर अर्थराइटिस का क्या असर पड़ता है

अर्थराइटिस का असर बॉडी के किसी भी हिस्से में पड़ सकता है, पर बहुत से लोगों को अर्थराइटिस का असर स्पाइन पर भी देखने को मिलता है। स्पाइन छोटी हड्डियों से मिलकर बनता है, जिसे वेर्टेब्रा कहते हैं। इन वेर्टेब्रा से स्पाइन को स्पोर्ट मिलता है। अगर आपको अर्थराइटिस है, तो स्पाइन में दर्द महसूस हो सकता है, जो ज्यादातर गर्दन या लोअर बैक के हिस्से में महसूस होता है। कई केस में अर्थराइटिस के कारण स्पाइन की सर्जरी भी करवानी पड़ सकती है। अर्थराइटिस के कारण ज्वाइंट्स में दर्द और सूजन हो सकती है।

किन लोगों पर होता है असर

जिन्हें अर्थराइटिस होता है, उनको स्पाइनल अर्थराइटिस होने की आशंका बढ़ जाती है यानी अर्थराइटिस होने के कारण स्पाइन प्रभावित हो सकती है। ये समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है जिनकी उम्र 50 पार है। ज्यादा उम्र में भी अर्थराइटिस का खतरा बड़ा होता है, इसके अलावा जिन लोगों का वजन ज्यादा है, उन्हें भी अर्थराइटिस के कारण स्पाइन की समस्या हो सकती है। वजन ज्यादा होने से ज्वाइंट्स पर जोर पड़ता है। जिन लोगों के घर में पहले किसी को अर्थराइटिस हुआ है, तो उनको भी ये बीमारी अपनी चपेट में ले सकती है। जो लोग किसी तरह की स्पोर्ट्स एक्टिविटी से जुड़े हुए हैं, उन्हें भी स्पाइन की समस्या हो सकती है। पुरुषों के मुकाबले ये समस्या महिलाओं को ज्यादा होती है।

स्पाइन को अर्थराइटिस से कैसे बचाएं

वजन कम करें- स्पाइन को अर्थराइटिस से बचाने के लिए अपना वजन मेनटेन रखें, वजन ज्यादा होगा तो ज्वाइंट्स पर दबाव पड़ेगा और परेशानी बढ़ सकती है, वजन कम करने के लिए आप डाइट और कसरत दोनों को रूटीन में शामिल करें।

रोजाना कसरत करें- आपको अर्थराइटिस की समस्या से बचने के लिए रोजाना कसरत करनी चाहिए। कसरत करने से बॉडी लचीली रहेगी और गंभीर रोगों से बचाव मिलेगा। रोजाना कम से कम 40 मिनट कसरत करें जिसमें योगा, एक्सरसाइज, वॉक आदि शामिल हो।

डाइट में बदलाव करें- स्पाइन को अर्थराइटिस से बचाने के लिए आपको मीठी चीजों से परहेज करना चाहिए, मीठी चीजें खाने से वजन बढ़ता है इसके अलावा आपको ट्रांस फैट का सेवन भी अवायड करना है। विटामिन डी का सेवन करें। सुबह की धूप में कुछ देर बिताएं, क्यांेकि सूरज की किरणों से आपको विटामिन डी मिलता है।


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