आसमान में बादल…डरे किसान

सुनील कुमार-मीलवां
कोरोना महामारी के दौर से से निकलने की कोशिश कर रहा किसान अपनी फसल को बेचने के लिए सरकारों से संघर्ष कर रहा है। अपनी ही फसल को बेचने के लिए सरकार के आगे गिड़गिड़ाना पड़ रहा है। हिमाचल के किसान को जैसे-तैसे धान की खरीद शुरू हुई थी कि अब मौसम ने करवट लेते हुए किसानों की मेहनत पर पानी फेरने का मन बना लिया है। इंदौरा के मंड क्षेत्र के त्योड़ा में धान खरीद मंडी शुरू हुए अभी दो दिन ही हुए हैं कि किसान की मेहनत पर पानी फेरने का मन शायद भगवान ने भी बना लिया है आसमान में छाए बादलों ने किसानों के चेहरे पर चिंता की गहरी लकीरें खिंच गई है ।

खरीद केंद्र में ढीली खरीद के चलते किसानों में काफी रोष नजर आ रहा है। किसानों के लाइन में खड़े ट्रेक्टर-ट्रालियों को तिरपाल से ढक दिया है, लेकिन अगर बारिश होती है, तो खरीद तो बंद होगी, वहीं खेत मे खड़ी फसल को भी भारी नुकसान होगा। प्रशासन तो अपनी तरफ से किए गए प्रबंधों को काफी बता रहा है, लेकिन 15 तारीख के बुक हुए 23 स्लाटों में से अभी फूड कारपोरेशन ऑफर इंडिया पहले दिन के आधे किसानों का भी धान नहीं तोल पाया है। किसानों की माने तो उनकी खड़ी फसल खराब होने का डर उन्हें सता रहा है। (-एचडीएम)