एक महीने में आठ गाडिय़ां चोरी

शिमला के ढली, बालूगंज और विकासनगर में बढ़ी चोरी की घटनाएं

सिटी रिपोर्टर-शिमला
राजधानी शिमला में वाहन चोर गिरोह एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। बीते एक महीने के अंदर शहर में आठ से ज्यादा वाहने चोरी हो चुके है। इसमे जीप, कार मोटरबाइक आरै पिकअप भी शामिल है। वहीं शिमला की स्मार्ट पुलिस की पेट्रोलिंग भी नाकाफी साबित हो रही है। पुलिस को अभी तक इन गाडिय़ों के चोरी होने का कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। अब शिमला के ढली थाना क्षेत्र के तहत एक महिंद्रा बोलेरो को चोरों ने अपना निशाना बनाया है। गाड़ी के मालिक राकेश वर्मा, पुत्र सुरेंद्र वर्मा, निवासी रामला निवास, ढली टनल शिमला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने 11 अक्टूबर को शाम छह बजे के करीब अपनी गाड़ी नंबर (एचपी10ए-1846) को शिव मंदिर ढली भट्टाकुफर बायपास रोड पर खड़ा किया था। 20 अक्तूबर को जब वह अपनी गाड़ी को देखने आए, तो उन्हें अपनी गाड़ी वहां नहीं मिली।

पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं शहर बढ़ रही वाहन चोरी की घटनाओं के पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे है। हालांकि पुलिस दावा कर रही है की इन घटनाओं पर काम किया जा रहा है और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि चोरों का कोई सुराग हाथ लग सके। जबकि पुलिस ने शहर में पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है, लेकिन इसका कोई खासा असर शहर में नही दिख रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि लगातार शहर में वाहन चोरी की घटनाए सामने आ रही है। राजधानी शिमला में इससे पहले भी गाड़ी चोरी होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। बीते दिनों 18 अक्तूबर को चक्कर बाइपास के पास से सड़क किनारे खड़ी एक कार चोरी हुई थी। जबकि 19 अक्तूबर को जाखू से एक मोटरसइकिल को चोरों ने अपना निशाना बनाया था।

14 अक्तूबर को सांगटी में रेन शेल्टर के पास से भी एक रॉयल एनफील्ड बाइक चोरी हो चुकी है। इसके अलावा दस अक्तूबर को छोटा शिमला थाना के तहत मैहली के पास चोरों ने एक पीकअप को भी अपना निशाना बनाया था। वहीं शहर में बढ़ रही चोरी की घटनाओं के बाद पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है। पहले जब पुलिस ने गाड़ी चोर गिरोह को पकड़ा था, उस दौरान चोरों ने कबूल किया था कि शहर से कई गाडिय़ों को इन्होंने चुराया है, लेकिन अब दोबारा शहर में गाडिय़ों की चोरी का सिलसिला शुरू हो गया है। अब पुलिस लोगों से भी आग्रह कर रही है कि वे अपनी गाडिय़ों को सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें। गाडिय़ों में सेंट्रल लाक सिस्टम लगाया जाए, ताकि शातिर आसानी से गाड़ी को न खोल सकें।