सजना है मुझे, सजना के लिए…

आज करवाचौथ पर्व पर होगा चांद का दीदार, सुहागिनों ने जमकर की खरीदारी, बाजारों में रौनक
मनियारी व कपड़ों की दुकानों पर बढ़ी भीड़
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-बिलासपुर
सुहागिनों को रविवार को करवाचौथ के चांद का दीदार होगा। पूरा दिन भूखे प्यासे रहने के बाद सुहागिनों द्वारा चांद की पूजा-अर्चना करने के बाद पानी का पहला घुंट अपने पति के हाथ से ग्रहण करेंगी। इस पर्व को लेकर बिलासपुर में महिलाएं खूब उत्साहित हैं। शनिवार को सुहागिनों ने बाजारों में पहुंचकर खूब खरीदारी की और अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाले करवाचौथ के व्रत को लेकर मनियारी व कपड़ों की दुकानों पर खरीदारी करने सहित हाथों में मेहंदी भी लगाई। बिलासपुर में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाले व्रत को लेकर क्रेजी हैं, जिसके चलते वह बाजारों में खरीदारी करने के लिए पहुंच रही हैं।

हालांकि, महिलाओं की यह खरीदारी पिछले चार-पांच दिनों से जारी है, लेकिन शनिवार को बाजारों में रौनक अधिक रही। विशेष रूप से मनियारी व कपड़ों की दुकानों सहित मेहंदी लगाने वाले कारगिरों के पास अधिक भीड़ देखने को मिली। वहीं, ज्योतिषाचार्य के मुताबिक करवाचौथ पर विशेष योग बन रहे हैं। इस बार चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा। यह संयोग करवाचौथ के पूजन और अधिक मंगलकारी बना रहा है, जो सुहागिनों के लिए विशेष लाभकारी है। जिससे महिलाएं इस पर्व को मनाने के लिए काफी उत्साहित हैं। बाजारों में भी रौनक बढ़ी है। पिछले कई दिनों से खरीददारी का दौर जारी है और शनिवार को भी बाजार भीड़ से भरे दिखे। खरीददारी का दौर देर शाम जारी रहा।

नवविवाहिताएं भी इस बार रखेंगी करवाचौथ व्रत
कई नववाहिताएं भी इस बार पहली मर्तबा करवाचौथ का व्रत रखेंगी। नववाहिता रजनी, अंजलि व सरोज ने बताया कि वह पहली बार करवाचौथक का व्रत रखेंगी, जिसे लेकर वह काफी उत्साहित हैं। शिवरात्रि व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व का व्रत करने के बाद जीवन में पहली बार वह अपनी पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करेंगी।

भीड़ देख दुकानदारों की खिली बांछें
उधर, दुकानदार भी इस बार महिलाओं के खरीदारी करने के लिए बाजार पहुंचने से खुश हैं। क्योंकि, पिछले दो वर्षों से कोई भी पर्व व त्यौहार उस तरह से नहीं मनाया जा सका है, जैसे पहले मनाया जाता था। क्योंकि कोरोना के डर से लोग भयभीत थे, वहीं सरकार द्वारा भी कई बंदिशें लगाई गई थी। लेकिन, अब तकरीबन सभी पर्व व त्यौहार पहले की तरह मनाए जाने लगे हैं। जिससे दुकानदार काफी खुश हैं।