महंगाई की मार, महिलाएं लाचार: खुद को सजाएं या घर चलाएं

करवाचौथ नजदीक आते ही दामों में आया उछाल, बजट बिगड़ा

संतोष कुमार-शिमला
कोरोना के दौर में बेसब्री से इंतजार किए जा रहे पर्वों पर इस बार लोग असंजमस में पड़ गए है। बीते वर्ष पर्वों के दौरान बाजार बंद रहे, लेकिन इस बार बाजार तो खुले है, लेकिन दाम इतने बढ़ गए है कि लोग सकते में आ गए है। सजना संवरने के साजो शृंगार के सामान सहित सब्जी व तेलों के दामों में हुई बढ़ोत्तरी से लोग परेशान हो गए है कि इन पर्वों में साजो शृंगार करें या फिर घर का खर्च चलाएं, क्योंकि गृहिणियों के कीचन का बजट सब्जियों, प्याज व टमाटर के बढ़े हुए दामों ने बिगाड़ दिया है, जबकि तेलों के दाम पहले ही बढ़े हुए है, जबकि पेट्रोल-डीजल के दामों में भी बेहताशा वृद्धि हुई है। ऐसे में लोगों को इस बार के पर्व मनाने में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है।

खासतौर पर गरीब तबके के लोगों को तो दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने में ही जुगतबंदी करनी पड़ रही है, जबकि मध्यम वर्ग के लोग ही बाजारों की ओर रूख कर रहे है। जानकारी के अनुसार करवाचौथ पर सजना संवरना इस बार महिलाओं को महंगा पड़ रहा है। कास्मेटिक्स से लेकर श्रृंगार का ज्यादातर सामान इस बार 15 से 20 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है। बेशक शिमला के बाजारों में करवाचौथ के लिए रौनक तो बढ़ी हुई है, लेकिन सामान खरीदने के लिए जेब ढीली करनी पड़ रही है और गरीब तबके के लोगों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है।कारोबारियों के अनुसार बीते दो साल की तुलना में इस बार करवाचौथ पर सामान महंगा हो गया है। शिमला पहुंचाने का किराया बढऩे के कारण इनके रेट बढ़े हैं। (एचडीएम)

आर्टिफिशियल ज्वेलरी की खासी मांग
इस बार आर्टिफिशियल ज्वेलरी की मांग काफी बढ़ी है। मनियारी शॉप पर काफी भीड़ लग रही है। इसके रेट भी बीते साल से 15 फीसदी तक अधिक हैं। गोल्ड कोटिड आर्टिफिशियल ज्वेलरी, ईयर रिंग विद टीका की मांग काफी ज्यादा है। बीते साल पूरा सेट 500 से 700 रुपए में मिल जाता था, लेकिन इस बार 700 से 1000 रुपए में यह सेट मिल रहा है। बाजार में चूडिय़ों की भी इस बार काफी वैरायटी है, लेकिन इसके रेट में दस से 15 फीसदी की बढ़ोतरी है। चूड़ी सेट 60 रुपए से लेकर 300 रुपए में मिल रहा है। महंगाई की सबसे ज्यादा मार ब्यूटी प्रोड्क्ट पर पड़ी है और इनके दामों में भी वृद्धि हुई है।