करवाचौथ का रश… बाजारों में बढ़ गई रौनक

महिलाएं जमकर कर रहीं खरीददारी, मनियारी और कपड़ों की दुकानों पर बढ़ी भीड़, कोरोना के बाद फिर चमकने लगा व्यापार

अश्वनी पंडित—बिलासपुर
सुहागिनों के पर्व करवाचौथ को लेकर इस बार बाजारों में खूब रौनक दिखाई दे रही है। बिलासपुर में महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाले व्रत को लेकर क्रेजी हैं, जिसके चलते वह बाजारों में खरीदारी करने के लिए पहुंच रही हैं।
हालांकि, कुछ दिनों से बाजारों में रौनक कम नजर आ रही थी, लेकिन, 24 अक्तूबर को मनाए जाने वाले करवाचौक पर्व को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। विशेष रूप से महिलाओं द्वारा मनियारी व कपड़ों की दुकानदानों पर खूब खरीदारी की जा रही है। वहीं, ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इस बार करवाचौथ पर विशेष योग बन रहे हैं। इस बार चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा। यह संयोग करवाचौथ के पूजन और अधिक मंगलकारी बना रहा है, जो सुहागिनों के लिए विशेष लाभकारी है। साथ ही लंबे समय से मंदी की मार झेल रहे दुकानदारों में अच्छे व्यापार की उम्मीद जगी है। क्योंकि, पिछले दो वर्षों से कोई भी पर्व व त्योहार उस तरह से नहीं मनाया जा सका है, जैसे पहले मनाया जाता था।

क्योंकि कोरोना के डर से लोग भयभीत थे, वहीं सरकार द्वारा भी कई बंदिशें लगाई गई थीं। लेकिन, अब तकरीबन सभी पर्व व त्योहार पहले की तरह मनाए जाने लगे हैं। जिससे दुकानदार काफी खुश हैं। हालांकि, दशहरा पर्व को बिलासपुर जिला मुख्यालय पर स्थित विशाल कार्यक्रम के रूप में नहीं मनाया गया। लेकिन, अब करवाचौथ व दिवाली पर्व को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं। विशेष रूप से महिलाओं ने काफी के्रेज देखने को मिल रहा है। रोजाना महिलाएं खरीदारी करने के लिए बाजारों में पहुंच रही हैं। अधिक मनियारी व कपड़ों की दुकानों पर अधिक भीड़ देखने को मिल रही है। महिलाओं में शामिल रजनी शर्मा, कमला, विमला देवी, पूनम, संगीता, रंजना व सपना देवी का कहना है कि करवाचौथ को लेकर वह काफी उत्साहित हैं। पति की लंबी उम्र के लिए यह पर्व रखा जाता है। इस पर्व को लेकर खरीदारी भी की जा रही है। काफी समय के बाद ऐसा मौका मिला है कि बेखौफ होकर बाजार में खरीदारी कर सकते हैं। उधर, दुकानदारों की मानें तो इस बार काम की अच्छी उम्मीद है। लोग अपने घरों से खरीदारी करने के लिए निकलकर बाजारों में पहुंच रहे हैं। करवाचौथ के बाद दिवाली का त्योहार आ रहा है, जिसे लेकर तैयारी शुरू हो गई है। (एचडीएम)