ई श्रम पोर्टल पर असंगठित श्रमिक

ट्यूशन पढ़ाना-सिलाई करना भी श्रेणी में, सीएससी के जिला प्रबंधक ने दी जानकारी
निजी संवाददाता-संधोल
देश में करीब 38 करोड़ असंगठित श्रमिक हैं। केंद्र सरकार इन सभी का रजिस्ट्रेशन ई.श्रम पोर्टल पर करने का लक्ष्य बना चुकी है। अब तक कुल साढ़े चार करोड़ असंगठित श्रमिक पंजीकृत हो चुके हैं। जानकारी देते हुए सीएससी के जिला प्रबंधक मंडी भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों के असंगठित श्रमिकों का व्यापक डेटाबेस तैयार करने की दिशा में उठाया गया यह पहला कदम है। इसमें निर्माण, परिधान विनिर्माण, मछली पकडऩा, फुटकर विके्रय, घरेलू काम, कृषि और संबद्ध वर्ग, परिवहन क्षेत्र आदि के असंगठित श्रमिक शामिल हैं। कोई भी कामगार जो गृह आधारित कामगार, स्व. नियोजित कामगार या असंगठित क्षेत्र में कार्यरत वेतन भोगी कामगार है और ईएसआईसी या ईपीएफओ का सदस्य नहीं है। उसे असंगठित कामगार कहा जाता है। जैसे अगर आप ट्यूशन पढ़ाते हैं या सिलाई की दुकान है तो भी वे इस श्रेणी में आते हैं।

केंद्र सरकार ने ई श्रम पोर्टल विकसित किया है जो असंगठित कामगारों का आधार से संबद्ध एक केंद्रीकृत डेटाबेस होगा। पंजीकरण के बाद, उन्हें पीबीएसबीवाई के तहत 2 लाख का दुर्घटना बीमा कवर मिलेगा। भविष्य में असंगठित कामगारों के सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ इस पोर्टल के माध्यम से प्रदान किए जाएंगे। भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि ई श्रम कार्ड का पंजीकरण किसी भी लोकमित्र केंद्र में नि:शुल्क हैं। उन्होंने सभी मनरेगा व अन्य मजदूर, प्रवासी मजदुरए टैक्सी ड्राइवर या कोई भी अन्य मजदूरी या कामगारों से अनुरोध किया है कि अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें और केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठाएं। कामगार द्वारा ई श्रम पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए आधार संख्या, मोबाइल नंबर जो आधार से जुड़ा हो, बैंक खाता यदि किसी कामगार के पास आधार लिंक मोबाइल नंबर नहीं है। तो वह निकटतम सीएससी लोकमित्र केंद्र पर जा सकते है और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से पंजीकरण कर सकते है। भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि केवल कृषि श्रमिक और भूमिहीन किसान ही पोर्टल पर पंजीकरण के लिए पात्र हैं।