कोरोना-ऑनलाइन शॉपिंग ने गायब कर दी टौणीदेवी की रौनक

By: Nov 30th, 2021 12:16 am

अब न पहले की तरह व्यापार; न लोगों में खरीददारी का क्रेज, चार लाख तक सिमट गया 20 लाख का कारोबार

संजीव चौहान—टौणीदेवी
मार्च 2019 में कोरोना के आगमन से पहले टौणीदेवी कस्बे की रौनक अब गायब हो गई है। अब न तो पहले जैसा व्यापार है और न ही लोगों में खरीददारी का उत्साह। रही-सही कसर ऑनलाइन शॉपिंग ने पूरी कर दी है। ऑनलाइन शॉपिंग ने स्थानीय दुकानदारों तथा व्यापारियों को जोर का झटका दिया है। इस झटके ने व्यापारी वर्ग की कमर तोडऩे में कोई कसर शेष नहीं छोड़ी। टौणीदेवी बाजार में पहले 20 लाख तक का व्यापार होता था, लेकिन अब तीन से चार लाख तक व्यापार सिमट कर रह गया है। वर्तमान हालात ऐसे हैं कि दुकानदार दिन भर ग्राहकों की राहत ताकते रहते हैं। यह वही टौणीदेवी कस्बा है, जहां चौहान वंश की कुलदेवी माता टौणीदेवी का मंदिर है। यहां कुलदेवी से सुख-शांति की मन्नतें मांगने उपरांत लोग टौणीदेवी बाजार का भी रुख करते थे। कोरोना काल से पहले पहले शॉपिंग करने के लिए लोगों में खासा क्रेज देखने को मिलता था। लोग छोटी से बड़ी चीज की खरीददारी केलिए यहां पहुंचते थे। कस्बे में वाहनों की पार्किंग की भी समस्या नहीं थी, लेकिन कोरोना अपने साथ ऐसा बदलाव लाया, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी।

लोगों का जीवन बदला और खरीददारी का नजरिया भी बदल गया। व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष अमरदीप राणा ने बताया कि कोरोना काल के दो साल व्यापारियों केलिए सबसे ज्यादा मुश्किल भरे रहे हैं। आमदन तो कम हुई साथ ही बैंक से कर्ज की किस्तें भी देनी पड़ीं, बिजली बिल भी दिया और दुकान का किराया भी, मगर सरकार से व्यापारी वर्ग को कोई राहत नहीं मिली। उन्होंने बताया कि कस्बे में प्रतिदिन लाखों का कारोबार होता था, लेकिन अब पहले जैसी न तो बिक्री होती है न ही उतने ग्राहक आते हैं। त्योहारी सीजन पर भी आधे से कम बिक्री हुई। टौणीदेवी कस्बे में लगभग 250 दुकानें हैं। कोरोना काल में फल, सब्जी के अलावा मीट वालों की दुकानदारी में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। लोग कोरोना के डर से कम ही मार्केट में आ रहे हैं, जिससे व्यापार में असर पड़ा है। कस्बे में कोई बड़ा शोरूम नहीं है, लेकिन छोटे शोरूम में भी खरीददारी कम हुई है। कोरोना काल में लोगों ने नए मकानों के काम बहुत करवाए, जिससे सरिया व सीमेंट की खूब बिक्री हुई। (एचडीएम)

क्या कहते हैं शहर के दुकानदार

चौहान स्वीट शॉप के मालिक सुनील चौहान ने बताया कि अचानक लगाए गए लॉकडाउन में हर बार उन्हें दो से तीन लाख का नुकसान झेलना पड़ा। उन्होंने बताया कि पहले उनकी दुकान पर बहुत भीड़ हुआ करती थी, लेकिन अब वैसा समय नहीं है और स्कूली बच्चे बहुत कम आ रहे हंै। हार्डवेयर स्टोर के मालिक करतार चंद ठाकुर ने बताया कि कोरोना काल में घरों में रहने से लोगों में ऑनलाइन खरीददारी का क्रेज बढ़ा है, जिससे व्यापार में कमी आई है। उन्होंने बताया कि बहुत से लोगों ने निजी वाहन खरीदे हंै, जिससे कस्बे में पार्किंग की समस्या भी बढ़ी है और लोग पार्किंग न होने के कारण भी बाजार में कम आ रहे हैं।


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