नाम मेडिकल कालेज और एंबुलेंस खटारा

नगर संवाददाता-नेरचौक
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के आए दिन बड़े बड़े दावे पेश करती है, लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आता है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश मुख्यमंत्री के जिला क्षेत्र मंडी के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल प्रबंधन एक खटारा एंबुलेंस के माध्यम से सेवाएं देने को मजबूर हैं। जिला मंडी के नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में आवश्यकता के अनुरूप एंबुलेंस सुविधाओं की कमी है। उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के साथ 100 बिस्तरों की सुविधा वाला डेडिकेटेड कोविड-19 मेकशिफ्ट अस्पताल अटैच है, जिसमें भी उन्हीं एंबुलेंस की सेवाएं ली जा रही हैं, जो कि मौजूदा समय में अस्पताल में हैैं। गौर करने वाली बात है कि एलबीएस मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पास एकमात्र हाईटेक एंबुलेंस है, दूसरी एक एंबुलेंस सांसद निधि से प्राप्त हुई थी, जो कि करीब चार महीने पहले दुर्घटनाग्रसत होने के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। वहीं अभी हाल ही में आईसीआईसीआई बैंक द्वारा एक एंबुलेंस अस्पताल को दी गई है। इतने बड़े संस्थान के पास मात्र दो एंबुलेंस का होना सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति बड़े बड़े दावों की पोल खोल कर रख देता है।

मंडी संसदीय क्षेत्र में केवल एकमात्र मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में मरीजों का भारी संख्या का दबाव बना रहता है। वहीं आसपास के जिलों से भी मरीजों को इस मेडिकल कालेज में रेफर किया जाता है, जिसके चलते अस्पताल प्रशासन पर हर समय अतिरिक्त दबाव रहता है। अस्पताल में मात्र दो एंबुलेंस होने के कारण अस्पताल प्रशासन तथा मरीजों को खासी परेशानियों से रूबरू होना पड़ता है। वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा मजबूरी में एक खटारा एंबुलेंस रत्ती अस्पताल से उधारी पर ली गई है, को बिना फिटनेस के ही सड़कों पर दौडऩा पड रहा है। सड़कों पर बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के खटारा एंबुलेंस का प्रयोग करना स्वाभविक रूप से कितना गलत है, इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश व प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े बड़े दावे करने वाली सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति कितनी गंभीर है और आम जनता के स्वास्थ्य की कितनी हितैषी है।

खटारा एंबुलेंस के सड़कों पर दौडऩे बारे हमारे पास कोई संज्ञान नहीं है। रत्ती अस्पताल से जो एंबुलेंस ली गई है उसकी मुनियाद खत्म होने के कारण प्रयोग नहीं किया जाता है। अस्पताल के पास एक हाईटेक एंबुलेंस है। वहीं हाल ही में एक एंबुलेंस आईसीआईसीआई बैंक द्वारा अस्पताल को भेंट की गई है तथा सांसद निधि से मिली एक एंबुलेंस दुर्घटनाग्रसत हो चुकी है।
डा. पन्ना लाल वर्मा एमएस एलबीएस, मेडिकल कालेज नेरचौक