अब हिमाचल प्रदेश में उगेगा एवोकाडो पौधा, हृदय रोग, रक्तचाप के लिए लाभदायक माना जाता है यह फल

By: Nov 8th, 2021 12:06 am

औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय का ट्रायल हुआ सफल

चार वर्ष पहले लगाए गए पौधे में अब फल लगना हुए शुरू

स्टाफ रिपोर्टर-हमीरपुर

हिमाचल में अब औषधीय गुणों से भरपूर एवोकाडो फल की अपनी पैदावार होगी। इससे जहां बागबानों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी, वहीं प्रदेश में भी एवोकाडो का फल उपलब्ध हो जाएगा। एवोकाडो के पौधों का ट्रायल सफल हो गया है। औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी में इस पौधे का ट्रायल किया गया था। चार वर्ष पूर्व नेरी कालेज में वैज्ञानिक डा. सोमदेव शर्मा द्वारा लगाए गए 50 पौधों में अब फल लगना शुरू हो गए हैं।

ऐसे में कालेज में अब एवोकाडो पौधों की नर्सरी तैयार करने की योजना पर विचार शुरू हो गया है। ऐसे में औषधीय गुणों से भरपूर एवोकाडो फल का पौधा अब नेरी में ही उपलब्ध हो जाएगा। बागबान इसे अपनी आर्थिकी सुदृढ़ करने के लिए भी उगा सकते हैं। एवोकाडो गर्म इलाकों में उगाया जाता है। इसे प्राय: बटर फ्रूट भी कहा जाता है। हालांकि यह अधिकांश उत्तरी अमरीका में भी उगाया जाता है तथा इसकी कीमत 150 से 200 रुपए प्रति किलोग्राम होती है।

हैल्थ के लिए फायदेमंद होता है फल

एवोकाडो फल में पाए जाने वाले फैट्स स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माने जाते हैं। यह फल हृदय रोग, रक्तचाप सहित अन्य बीमारियों में लाभकारी है। इसके साथ ही भोजन को पचाने, बालों और चेहरे को सुंदर बनाने, मुंह से आ रही बदबू को दूर करने, हड्डियों को मजूबत करने तथा मधुमेह को कम करने में इस फल का सेवन फायदेमंद होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन-सी, विटामिन बी-सिक्स, विटामिन के, विटामिन ई तथा कैल्शियम, लोहा, पोटेशियम, तांबा, मैगनीज आदि खनिज होते हैं, जो शरीर की कई बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं। एवोकाडो के पौधे वर्ष 2017 में नेरी कालेज में लगाए गए थे। शोध के मद्देनजर प्रदेश में पहली बार नेरी में इन पौधों का रोपण हुआ। ट्रायल सफल होने के उपरांत अब इन्हें अनुकूल क्षेत्रों में उगाया जा सकता है। डा. सोमदेव शर्मा ने कहा कि अब बड़े स्तर पर इसका उत्पादन करने का प्रयास किया जाएगा। बागबान इसका उत्पादन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। एवोकाडो का ट्रायल सफल रहा है।


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