केलांग में विकास के लिए जनप्रतिनिधि एकजुट

जिला परिषद लाहुल-स्पीति की बैठक में कई जनहित के मुद्दों पर चर्चा, विभिन्न विभागों के खाली पदों को भरने का किया आग्रह, तांदी में घाट बनाने की मांग

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-केलांग
जिला परिषद लाहुल-स्पीति की अहम बैठक अध्यक्ष अनुराधा राणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सदस्यों ने अपने. अपने एंजेंडे प्रस्तुत कर संबंधित विभागों ने जानकारी मांगी। बैठक में जिप सदस्यों ने विभागों में चल रहे खाली पदों, पर्यटन, स्वच्छता, पानी की व्यवस्था को लेकर संबंधित विभागों से सबसे अधिक सवाल पूछे। एजेंडा में जिप अध्यक्षा अनुराधा राणा और केलांग वार्ड से जिप सदस्य कुंगा ज्ञलसन की तरफ से जनहित से जुडे सबसे अधिक सवाल उठाए गए। एसी टू डीसी रोहित शर्मा विशेष तौर से बैठक में मौजूद रहे। कार्यों में तेजी लाने के लिए जिप सदस्यों ने जल शक्ति, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य और आयुर्वेदिक विभाग को भविष्य और बेहतर तरीके से कार्य करने को कहा गया। जिप सदस्य कुंगा ज्ञलसन ने तमाम विभागों से 2021-2022 के एक्शन प्लान की जानकारी मांगी। जिप अध्यक्ष अनुराधा राणा के सवाल के जवाब में डीसी कार्यालय ने बताया कि कार्यालय से सभी शाखाओं में विभिन्न श्रेणियों कुल 50 पद खाली चल रहे हैं।

अनुराधा राणा ने पर्यटकों की सुविधा के लिए जगह -जगह साइन बोर्ड लगाने, शौचालयों के निर्माण, ग्राम पंचायत कोकसर में ग्रामीण पर्यटन को विकसित करने, मार्केेट निर्माण, लाहुल के सभी पंचायतों में कूडा निष्पादन, साडा बेरियर को लगाने का आधार और इससे एकत्रित की गई राशि की जानकारी मांगी। वहीं उन्होंने लाहुल में एफआरए लंबित मामलों की जानकारी सदन में उपलब्ध करवाने की निर्देश दिए। अध्यक्षा के एक सवाल का जवाब देते खंड विकास अधिकारी ने सदन को बताया कि बीलिंग के समीप प्रस्तावित डंपिग साइट को सुमनम गांव की आपति के कारण अभी तक कार्य आरंभ नहीं किया जा सका है। कुंगा ज्ञलसन ने सरकारी कार्यालयों में महिला एवं पुरूष कर्मियों के लिए अलग अगल शौचालय का निर्माण, सरकारी कर्मियों के लिए आवास की सुविधाएं, चंद्राभागा संगम में प्रस्तावित घाट का शीघ्र निर्माण करने समेत कई अन्य जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से सदन में उठाया। इसके अलावा जिप उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, जिप सदस्य दोरजे अंगरूप, छेजंग डोलमा, छेरिंग संडुप, मोना देवी और तंजिन फगडोल ने भी अपने अपने क्षेत्रों के अलावा सरकारी विभागों के संबंधित मसलों को प्रमुखता से सदन में उठाया। कुल मिलाकर बैठक में विकास ही छाया रहा।