राहत…अब पंचकूला में ठिकाने लगेगा कचरा

सलोगड़ा डंपिंग साइट से 20 साल पुराने हजारों टन कूड़े का होगा निष्पादन नगर निगम ने सनटैन लाइफ कंपनी से किया करार, लोगों को मिलेगा लाभ

मुकेश कुमार-सोलन
सोलन-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सलोगड़ा डंपिंग साइट में 20 साल पुराने हज़ारों टन कूड़े को अब पंचकूला में ठिकाने लगाया जाएगा। सोलन शहर का कूड़ा सलोगड़ा में प्रतिदिनि फेंका जाता है तथा अनुमान के अनुसार कूड़े के पहाड़ों में तबदील हो चुकी डंपिंग साइट में आठ हजार टन पुराना कूड़ा एकत्रित हो चुका है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की चेतावनी के बाद सोलन नगर निगम ने इस अनुमानित आठ हजार टन कूड़े के भंडार को सलोगड़ा से उठाने तथा सोलन शहर से प्रतिदिन गीले व सूखे कूड़े को एकत्रित करके डंपिंग साइट तक पहुंचाने के लिए पंचकूला की एक कंपनी सनटैन लाइफ से समझौता किया है। नेशनल हाई-वे पर स्थित सलोगड़ा डंपिंग साइट में बीते करीब बीस वर्षों से सोलन शहर का कूड़ा फेंका जाता है।

यहां व आसपास के क्षेत्र में कूड़े की बदबू से कई गांवों के लोगों की जिदंगी मुहाल है तथा भयंकर संक्रमण रोग की चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है। एनजीटी भी इस मामले में संज्ञान लेकर नगर निगम को नोटिस जारी कर चुका है। नगर निगम ने अब पंचकूला की कंपनी से समझौता किया है। इस एमओयू के अनुसार करीब 8 हजार टन पुराने कचरे को सलोगड़ा से सिलसिलेवार उठाया जाएगा तथा उस कचरे को सनटैन लाइफ कंपनी पंचकूला स्थित अपने संयंत्र में ले जाकर उसका उपयोगी निस्तारण करेगा। अनुमान है कि कूड़े के अब पहाड़ बन चुके मलबे को सलोगड़ा से पंचकूल पहुंचाने में करीब दो वर्ष का समय लगेगा। कंपनी को इसकी लीगल अप्रेज़ल मिलने के बाद बीते 24 सितंबर से अब ट्रायल शुरू हो चुका है। कंपनी से इसका रेट भी निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त सोलन शहर से प्रतिदिन पांच से छह टन सूखा व गीला कचरा उठाने व संयंत्र तक ले जाने का भी एमओयू उक्त कंपनी से साइन किया गया है। निगम द्वारा कंपनी के कार्य को छह माह तक देखा जाएगा और उसके बाद समझौते को आगे बढय़ा जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन उठाए जाने वाले नए कूड़े को 1965 रुपए प्रति टन के हिसाब से सलोगड़ा तक ले जाया जाएगा और पुराने कूड़े को लगभग 900 रुपए प्रति टन के हिसाब से उठाया जाएगा। निगम और कंपनी के मध्य सबकुछ ठीक रहता है तो आने वाले दो वर्षों में सलोगड़ा डंपिंग साइट से पुराना कूड़ा गायब हो जाएगा और इतने वर्षों से वहां बना कूड़े का पहाड़ भी खत्म हो जाएगा।

क्या कहते हैं नगर निगम के आयुक्त
नगर निगम आयुक्त एलआर वर्मा ने कहा कि पहले 6 माह तक कंपनी के कामकाज की समीक्षा की जाएगी तथा पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक वे-ब्रिज के साथ-साथ धर्मकांटा भी स्थापित किया गया है। प्रत्येक वाहन धर्मकांटा लगे द्वार से ही प्रवेश व निकासी करेगा।