दो साल बाद स्कूल आएंगे छोटे बच्चे

By: Nov 10th, 2021 12:10 am

प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने पूरी की तैयारियां, कोविड-19 नियमों की अनुपालना करने के दिए कड़े निर्देश

कार्यालय संवाददाता-मंडी
करीब दो वर्ष बाद तीन, चौथी, छठी व सातवीं कक्षा के विद्यार्थी स्कूलों में रेगुलर कक्षाएं लगाने लौटेंगे। प्रदेश सरकार के निर्देशों के उपरांत प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने छोटे बच्चों के स्कूल आने से पहले तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसमें विभाग ने समस्त स्कूलों के मुखियाओं को कोविड-19 के नियमों की अनुपालना करने के कड़े निर्देश जारी किए हैं। छोटे बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सेनेटाइज करवाया जाएगा। वहीं स्कूल में फेसमास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि बच्चों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। प्रदेश व शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्कूल में छोटे बच्चों के लिए अभी तक मिड-डे मील नहीं तैयार किया जाएगा।

इसके चलते बच्चों को अपने घर से ही टिफन (लंच बॉक्स) लाना अनिवार्य किया गया है। स्कूल में हॉफ टाइम के दौरान स्टाफ को प्रत्येक छोटे बच्चे को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लंच करवाना होगा। अगर किसी स्कूल में नियमों की अवहेलना पाई गई, तो संबंधित स्कूल मुखिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें कि कोरोना काल के दो वर्ष बाद छोटे बच्चों के लिए स्कूल खुल रहे हैं। हालांकि पांचवीं, आठवीं से जमा दो कक्षा की रेगुलर कक्षाएं शुरू हो गई हैं। लेकिन प्राइमरी विंग की कुछ कक्षाएं दो वर्ष से बंद चल रही हैं। छोटे बच्चों को स्कूल द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही थी, लेकिन कोरोना के मामले कम होने के कारण छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अभी केवल तीसरी, चौथी, छठी और सातवीं कक्षा के बच्चों को 10 नवंबर से बुलाया गया है।

स्कूल बसों में भीड़ होने पर होगी कार्रवाई
अवाहदेवी। लंबे समय से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छोटे बच्चे आज से स्कूल जाकर ऑफ लाइन शिक्षा ग्रहण करेंगे। सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक के फैसले के बाद शिक्षा विभाग ने बच्चों के स्कूल आने को लेकर तैयारियां कर ली हैं। साथ ही कोविड -19 प्रोटोकॉल के तहत बच्चों के प्रवेश व निकास का पूरा खाका भी तैयार कर लिया है। गौर रहे कि बुधवार से तीसरी से सातवीं कक्षा तक के विद्यार्थी स्कूलों में आकर पढ़ाई करेंगे। हालांकि अभी तक छोटे बच्चों को मिड-डे मील की सुविधा नहीं मिलेगी। वहीं, डीएसपी सरकाघाट तिलक राज ने कहा कि कोरोना प्रोटोकोल के अनुसार सभी स्कूल बस संचालकों को कोविड . 19 के नियमों का पालन करना अनिवार्य रहेगा। बसों में सीट कैपेसिटी के आधार पर विद्यार्थियों को बिठाना होगा व बसों में अधिक भीड़ होने पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

सरकार के निर्देशानुसार छोटे बच्चों के लिए 10 नवंबर से स्कूल खोले जा रहे हैं। विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। समस्त स्कूल मुखिया कोविड-19 के नियमों की पूरी तरह अनुपालना करें
अमरनाथ राणा, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा मंडी


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