टमाटर ने बिगाड़ा रसोई का बजट, सौ रुपए प्रतिकिलो पहुंचा रेट, हर दिन बढ़ रही महंगाई की मार झेल रही जनता
सौ रुपए प्रतिकिलो पहुंचा रेट, हर दिन बढ़ रही महंगाई की मार झेल रही जनता
पिहोवा, 24 नवंबर (मुकेश डोलिया)
सरकार जब भी महंगाई को कम करने की बात करती है, वैसे-वैसे ही महंगाई बढ़ती जा रही है। जनता सरकार से बार-बार यह मांग करती है कि महंगाई को कम कर दिया जाए, लेकिन सरकार महंगाई को और अधिक बढ़ा देती है। जमाखोरी से भी महंगाई की समस्या बढ़ती है। कालाबाजारी की वजह से लोगों को खाने के लिए अन्न भी नहीं मिल पाता है। जब-जब मंडी में माल आता है, तब अमीर लोग उसे खरीदकर अपने गोदामों में भर लेते हैं। इसी तरह से वे अनेक तरह की वस्तुओं को इक_ा कर लेते हैं। जब वस्तुओं की अधिक जरूरत पडती है तो उनकी कीमत बढ़ जाती है। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस ही नहीं, बल्कि महंगी सब्जियों ने भी रसोई बजट बिगाड़ दिया है। पिछले कई दिनों से अकेले टमाटर ने ही लोगों की जेब ढीली कर दी है। होलसेल रेट 80 रुपए तो रिटेल प्राइज 100 रुपए तक पहुंच गया।
अब एक.दो दिन में भी थोड़ा नीचे आकर 80 रुपए रिटेल प्राइज पहुंचा है। टमाटर लोगों की रसोई से गायब होने के साथ-साथ सब्जी मंडी की फडिय़ों व रेहडिय़ों पर भी बहुत कम दिख रहा है। सोमवार को अनाज मंडी में भी टमाटर कम देखने को मिला। वहीं, सब्जी मंडी आढ़ती ने बताया कि स्मॉग के कारण प्रदेश में कई जगह टमाटर फसल प्रभावित हुई है। जिससे टमाटर के पौधे खराब हो गए। अभी हिमाचल प्रदेश व नासिक से टमाटर आ रहा है। दिसंबर तक धीरे-धीरे लोकल टमाटर आने से रेट कम होगा। सोमवार को टमाटर होलसेल में 50 से 55 रुपए तक बिकाए जबकि रिटेल में प्राइज 15.20 रुपए ऊपर यानि 80.90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाता है। शनिवार को ही होलसेल में 80 रुपए प्रति किलो टमाटर बिका। दूसरा कारण यह भी माना जा रहा है कि दूसरे प्रदेशों से टमाटर आ रहा है। ट्रांसपोर्टेशन भी महंगा होने से रेट पर असर पड़ता है। सब्जी विक्रेता ने बताया कि टमाटर के रेट में तेजी है। हिमाचल व नासिक से अभी टमाटर आ रहा है। दिसंबर तक टमाटर सस्ता होगा। इसके अलावा भिंडी गुजरात से आ रही है। बींस शिमला पहाड़ी एरिया से आ रही है। तोरी चंडीगढ़ से आ रही है, इनके रेटों में भी तेजी है। (एचडीएम)
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