बूढ़ी दिवाली…खाने के साथ गीतों का तड़का

बारिश, शीतलहर के बीच भी ग्रामीणों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का उठाया पूरा लुत्फ
निजी संवाददाता-नौहराधार 
जिला के गिरिपार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली मशराली पर्व आजकल बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। रविवार को पुन्नरधार में इस बूढ़ी दिवाली की अंतिम सांस्कृतिक संध्या हुई। गौरतलब है कि बारिश व अत्याधिक शीतलहर के बीच यह संध्या हुई। इस सांस्कृतिक संध्या में बीच-बीच में बारिश ने खलल डाला, मगर फिर भी लोगों का जोश ठंड में बरकरार रहा। सर्वप्रथम मुख्यातिथि लवराज कमल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य पहाड़ी कलाकार रघुवीर ठाकुर ने मंच संभाला। उन्होंने गुरु वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की।

इसके बाद अपनी एलबम का मशहूर गीत तेरी बस चाली बांगी ए बांगी गंगाराम ड्राइवरा जिस पर पंडाल में बैठे ठंड के बीच दर्शक भी नाचने पर विवश हो गए। तत्त्पश्चात उन्होंने एक से बढ़कर एक गीत गाकर श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम में स्थानीय नवयुवकों द्वारा हास्य नाटक से लोगों को लोट-पोट कर दिया। नवयुवकों द्वारा रामायण नाटक का भी मंच किया गया। बहरहाल इस कार्यक्रम में चार चांद लगाने पहुंचे हिमाचल के पहाड़ी कलाकार रघुवीर ठाकुर ने खूब समां बांधा। इस अवसर पर स्थानीय लोगों के अलावा मेहमानों ने सिरमौरी व्यंजनों का भरपूर आनंद उठाया।