35 ठेकेदारों को नोटिस जारी

मणिकुमार-मंडी
एक से डेढ़ वर्ष पहले किए गए टेंडरों को शुरू न करने व उन्हें समय-सीमा में पूरा न करने पर नगर निगम मंडी 35 ठेकेदारों को नोटिस जारी कर दिए हैं। इसके साथ इन ठेकेदारों की कार्यप्रणाली को लेकर कमेटी द्वारा सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया है। जिसके चलते इस मुद्दे पर नगर परिषद जरनल हाउस में चर्चा करेगी और इन लापरवाह ठेकेदारों पर कार्रवाई के लिए करने के लिए विचार करेगी। क्योंकि इन ठेकेदारों की लापरवाही के कारण मंडी शहर के विभिन्न विकास कार्य रूके हुए हैं।

हालांकि नगर निगम मंडी के अधिकारियों ने ठेकेदारों को चेतावनी भी दी थी कि जल्द से जल्द अपने कार्यों को शुरू कर उन्हें पूरा करें, लेकिन इसके बाद भी इन ठेकेदारों ने अपने कार्यों को शुरू नहीं किया है। जिसके चलते नगर निगम मंडी के अधिकारियों ने कुछेक ठेकेदारों की कार्यप्रणाली को देखते हुए उनके टेंडरों को रद्द करने का भी मन बना लिया है। जिसके चलते इन ठेकेदारों पर नगर निगम मंडी की कार्रवाई की गाज गिर सकती है और पिछले लंबे समय पर लाखों के टेंडरों पर कुंडली मार बैठे ठेकेदारों के हाथों से छिन्न सकते हैं। वहीं, ठेकेदारों की इससे टेंडर से पहले दी गई सिक्योरिटी की रद्द हो सकती है।

एक से 5 लाख तक हैं शुरू नहीं किए गए टेंडर
ठेकेदारों को दिए गए टेंडरों में एक लाख से पांच लाख रुपए बजट के विकास कार्य शामिल हैं, लेकिन ठेकेदारों द्वारा कार्यों को शुरू न करने से यह विकास कार्य फाइलों में ही बंद हंै। इसमें ज्यादा टेंडरों के कार्य रेलिंग और गालियों-रास्तों के हैं।

ठेकेदारों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं
वहीं, नगर निगम के सहायक अभियंता ई. एचसी जसवाल ने कहा कि शहर के विकास कार्यों को लेकर ठेकेदारों से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। अगर टेंडरों के कार्य शुरू नहीं होते हैं तो उन्हें रद्द कर अन्य ठेकेदारों से करवाया जाएगा। नगर निगम मंडी द्वारा 35 ठेकेदारों की सूची तैयार उन्हें नोटिस जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि शहर के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा। इसमें किसी भी ठेकेदार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।