खुले आसमान तले नहीं कटेंगी लोगों की रातें

रैन बसेरे में मिलेगा आश्रय, कारोबार करने वाले स्ट्रीट वेंडर्स सहित कामगारों को मिलेगी सुविधा

आरुणि पाठक-नालागढ़
सर्द मौसम में लोगों को खुले आसमां तले नहीं, अपितु नगर परिषद के रैहन बसेरे में रात बिताने के लिए आश्रय मिलेगा। नगर परिषद नालागढ़ द्वारा कामकाजी लोगों व बाहर से आकर यहां काम करने वाले स्ट्रीट वेंडरों व कारोबारियों को रात्रि ठहराव के लिए ईधर उधर नहीं भटकना होगा, अपितु उन्हें रैहन बसेरे में ही आश्रय प्रदान किया जाएगा। परिषद ने रैहन बसेरे में पहले चरण में 25 बेडों की व्यवस्था की जाएगी और यदि और आवश्यकता हुई तो अन्य बिस्तर भी लगा दिए जाएंगे, ताकि क्षेत्र में पड़ रही ठंड से लोगों को राहत हो सके। जानकारी के अनुसार नालागढ़ के कामकाजी लोगों को रात बिताने के लिए अन्यत्र भटकने की आवश्यकता नहीं रहेगी और भारी भरकम किरायों पर कमरे लेने की भी आवश्यकता नहीं होगी, अपितु वह रैहन बसेरे में परिषद द्वारा मुहैया करवाए गए स्थान पर रात काट सकेंगे। इसके लिए उनसे परिषद कोई शुल्क नहीं लेगी। शीत मौसम में लोगों को सर्दी से बचाने के लिए परिषद ने यह मुहिम शुरू कर रही है और इसके लिए परिषद के रैहन बसेरे में यह व्यवस्था की जा रही है।

बता दें कि नालागढ़ में बाहरी क्षेत्रों से लोग यहां काम करवाने और रोजी रोटी कमाने के लिए रेहड़ी फड़ी व अन्य काम करते है, लेकिन रात्रि विश्राम के लिए गेस्ट हाउसों व अन्य विकल्पों पर निर्भर होकर रह जाते है, जिसमें उन्हें रहने के लिए पैसे भी देने होते है। जिनके पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं है और पैसे देने में असमर्थ है, उन्हें रैहन बसेरे में शरण मिलेगी। बता दें कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में औद्योगिकरण के बाद जहां उद्योगों की स्थापना हुई है, वहीं हिमाचल के कोने कोने सहित देशभर से लोग यहां काम की तलाश में आए है और कई बार नालागढ़ में आकर होटलों व गेस्ट हाउस में कमरे लेकर उसकी कीमत अदा करके रात गुजारनी पड़ती है, लेकिन कई लोग इतने पैसे चुकाने में असमर्थ होते है और खुले में ही रात्रि काट लेते है और ठंड से भी दो चार होते है, लेकिन परिषद ने ऐसे लोगों के लिए रैहन बसेरे में व्यवस्था मुहैया करवाई जा रही है। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी आरएस वर्मा ने कहा कि परिषद की ओर से कामकाजी लोगों के लिए रैहन बसेरे में रात्रि काटने की व्यवस्था की जा रही है और यहां 25 बेड लगाए जाएंगे आवश्कता के अनुसार और बिस्तर लगा दिए जाएंगे,वहीं इनके खाने की व्यवस्था भी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रैहन बसेरे में लोग नि:शुल्क रात्रि काट सकेंगे और ठंड से भी बचे रहेंगे।