खड्ड ने बहाई जमीन स्कूल-घरों को खतरा

रामनगर लाका में भूमि कटाव से सैकड़ों बीघा भूमि बर्बाद खड्ड का चैनेलाइजेशन नहीं हुआ तो हो सकता है बड़ा हादसा
निजी संवाददाता-सरकाघाट
नगर परिषद सरकाघाट के वार्ड-दो रामनगर लाका के बीचों-बीच चंद्राकड़ी के जंगल से समशानघाट होती हुई पपलोग में मिलने वाली करीब दो किमी लंबी खड्ड के साथ लगती सैकड़ों बीघा उपजाऊ भूमि को जहां खड्ड निगल चुकी है। वहीं, दो दर्जन मकानों के साथ-साथ सरकारी स्कूल को भी खतरा बना हुआ है, जिसके बारे में एक बार नहीं कई बार प्रशासन और नगर परिषद को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेगंती है और प्रतिवर्ष बरसात में खड्ड के किनारे बने मकानों और स्कूल के साथ लगती भूमि खड्ड की चपेट में आने से बह रही है और अब मकानों व स्कूल भवन को खतरा बढ़ता जा रहा है।

हाल ही में हुई बरसात में बहुत नुकसान हुआ था और बरसात से पहले खड्ड का चेनेलाइजेशन नहीं किया गया तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। एडवोकेट रूप लाल भारद्वाज, रोशन लाल, मदन मोहन, राम चंद, सुंदर सिंह, रमेश चंद, मेघ सिंह, सुहडू राम, नेकरान, रमेश चंद, पवन कुमार, अच्छर सिंह, ख्याली राम, हरिया राम, देवपाल, प्रकाश चंद, वेसरी राम, महेंद्र सिंह, कांता देवी, देवानंद, जगदीश चंद, लश्करी राम, रतन चंद, अशोक परवारी, राजिंद्र कुमार आदि ने बताया कि ग्रामीण कई वर्षों से इस खड्ड के चेनलाइजेशन की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। जबकि अन्य वार्डों में चेनेलाइजेशन कर दिया गया है। नगर पंचायत की अनदेखी के चलते आज जहां रामनगर में सैकड़ों बीघा जमीन को खड्ड निगल चुकी है। वहीं, खड्ड के साथ लगते दो दर्जन घरों के साथ सरकारी स्कूल को भी खतरा बराबर बना हुआ है। उन्होंने नगर परिषद सरकाघाट से मांग की है कि अति शीघ्र शमशानघाट से लेकर पपलोग तक खड्ड के दोनों ओर चेनेलाइजेशन किया जाए।