एम्स में बहरेपन के शिकार मरीज का इलाज

By: Dec 8th, 2021 12:55 am

उपचार लेने वाला यह मरीज पहले से बेहतर कर रहा महसूस, विशेषज्ञों का कमाल

कार्यालय संवाददाता-बिलासपुर
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर की माइनर ओटी में बहरेपन की बीमारी से पीडि़त मरीज को उपचार मुहैया करवाया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा माइनर ओटी में एम्स शुभारंभ के तीसरे दिन ही बहरेपन की बीमारी से पीडि़त मरीज का उपचार किया गया। ईएनटी चिकित्सकों ने मरीज के बहरेपन के इलाज की निर्धारित प्रक्रिया को अपनाते हुए उन्हें उचित दवा और परामर्श के साथ वापस घर भेजा है। जानकारी के अनुसार एम्स बिलासपुर की ओपीडी को अभी हाल ही में पांच दिसंबर को शुरू किया गया है। एम्स बिलासपुर में पुरानी बीमारियों का उपचार व परामर्श को ही तरजीह दी जा रही है। जबकि किसी भी तरह की आपात घटना को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मंगलवार को रोजाना की तरह चल रही ओपीडी के दौरान बहरेपन की बीमारी से पीडि़त एक मरीज पहुंचा। इस दौरान इस मरीज की चिकित्सकों द्वारा काऊंसलिंग की गई। वहीं, मरीज ने बताया कि बहरेपन की उनकी बीमारी काफी पुरानी है।

चिकित्सकों ने मरीज से बीमारी को लेकर जानकारी हासिल करने के बाद ईएनटी चिकित्सक डा. डारविन कौशल, नेहा चौहान ने उनकी बीमारी को समझा। नर्सिंग स्टाफ स्वाति, अपर्णा व अमृता की मदद से यह सफल इलाज किया गया है। बताया जा रहा है कि चिकित्सकों ने इस मरीज की बीमारी के उपचार के दौरान कान के मिडल नस में इंजेक्शन के माध्यम से उन्हें इलाज पहुंचाया। इसके बाद मरीज को उपचार के अलावा दवाईयां भी लिखी गई हैं। अब मरीज के कानों में पहले की अपेक्षा काफी आराम बताया जा रहा है। उधर, एम्स बिलासपुर की पीआरओ डा. रूपाली ने बताया कि एम्स बिलासपुर में पहली बार माइनर ओटी की सुविधा मरीज को प्रदान की गई है। एम्स के विशेषज्ञ ने बताया कि मरीज को पहले एनेस्थिजिया की डोज दी गई और उसके बाद इंडोस्कॉपिक दिशा निर्देशों के सहारे बहरेपन का उपचार किया गया। डा. रूपाली ठाकुर ने बताया कि एम्स बिलासपुर में इन दिनों हर रोज करीब 100 से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जा रही हैं।


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