निमोनिया से बचाव के उपाय

By: Jan 22nd, 2022 12:16 am

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सर्दियों में अकसर लोगों को निमोनिया हो जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि श्वसन संबंधी वायरल संक्रमण जैसे कि फ्लू आदि सर्दियों में अधिक आम हैं। ये निमोनिया के जोखिम को बढ़ा देते हैं। मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस और फंगस संक्रमण निमोनिया का कारण बनते हैं…

पूरा देश इस समय कोरोना संक्रमण के कारण परेशान है। हर रोज संक्रमितों के बढ़ते मामले चिंता बढ़ाने वाले हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को लगातार कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहना चाहिए। इसके अलावा क्योंकि यह सर्दियों का मौसम है ऐसे में सभी लोगों को इस मौसम में होने वाली कई अन्य बीमारियों को लेकर भी सावधान रहना चाहिए। सर्दियों के मौसम में लोगों में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है, इस बारे में भी अलर्ट रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सर्दियों में अकसर लोगों को निमोनिया हो जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि श्वसन संबंधी वायरल संक्रमण जैसे कि फ्लू आदि सर्दियों में अधिक आम हैं। ये निमोनिया के जोखिम को बढ़ा देते हैं। मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस और फंगस संक्रमण, निमोनिया का कारण बनते हैं, जिसमें बैक्टीरिया सबसे अधिक फेफड़ों के संक्रमण को ट्रिगर करते हैं। बैक्टीरियल निमोनिया, फ्लू या कोविड-19 जैसे वायरल संक्रमण की जटिलता के रूप में भी हो सकता है, इस बारे में लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है। आइए जानते हैं इस समस्या से छुटकारा दिलाने में कौन से घरेलू उपाय कारगर हो सकते हैं?

निमोनिया को लेकर रहें सावधान
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, घरेलू उपचारों से निमोनिया का इलाज नहीं किया जा सकता है। इसके लिए आपको डाक्टर से संपर्क करके दवाइयों की आवश्यकता होती है। हालांकि दवाइयों के साथ कुछ घरेलू उपायों को प्रयोग में लाकर इसके लक्षणों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद जरूर मिल सकती है। यदि आपको निमोनिया की समस्या है और आप इसका इलाज करा रहे हैं, तो बिना डाक्टर की सलाह के किसी भी अन्य उपाय को प्रयोग में नहीं लाना चाहिए।

निमोनिया से कैसे बचाव करें
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं निमोनिया से बचाव के लिए हाइजीन का विशेष ध्यान रखें। आमतौर पर निमोनिया का कारण बनने वाले बैक्टीरिया और वायरस को गुड हाइजीन के नियमों का पालन करके दूर रखा जा सकता है। इसलिए बार-बार हाथ धोने, खांसते, छींकते समय नाक और मुंह को ढक कर रखने जैसे उपायों को ध्यान में रखना कारगर हो सकता है। क्योंकि निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है और सर्दियों के मौसम में निमोनिया अधिक होता है, इसलिए ठंड से बचाव करना भी आवश्यक माना जाता है।

अदरक या हल्दी की चाय
ऐसा कहा जाता है कि निमोनिया में अदरक और हल्दी की गर्म चाय पीने से लगातार आ रही खांसी के कारण होने वाले सीने के दर्द में आराम मिलता है। अदरक और हल्दी के पौधों की जड़ें सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं।

सरसों का तेल
सरसों के गुनगुने तेल में हल्दी का पाउडर मिलाएं। इससे अपनी छाती पर मसाज करें। इससे निमोनिया से बचाव होता है। इसके अलावा 1/4 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच शहद मिलाकर हर रोज पीने से निमोनिया में आराम मिल सकता है।


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