एंबुलेंस कर्मी… खतरे में नौकरी

ऊना में नई कंपनी के टेकओवर करते ही कई कर्मचारियों की अनदेखी, नौ कर्मचारियों पर लटकी तलवार
नगर संवाददाता- ऊना
कोरोना काल सहित आपातकाल के दौरान सराहनीय सेवाएं देने वाले 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारियों की नौकरी पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में अब जीवीके कंपनी के बाद नई कंपनी टेकओवर कर रही है। अब ऐसे में नई कंपनी ने जिला ऊना में सेवाएं दे रहे 108 व 102 एंबुलेंस के कुछ कर्मचारियों को तो ज्वाइनिंग के ऑफर लेटर दे दिए है, लेकिन कई कर्मचारियों को अनदेखा किया गया है। इसके चलते इन कर्मचारियों की नौकरी पर बन आई है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने पिछले कई सालों से कोरोना काल व आपातकाल में बेहतरीन सेवाएं दी है, अब उन्हें सराहनीय सेवाओं का यह ईनाम मिल रहा है।

108 एबुंलेंस सेवा पर के रूप में सालों तक काम करने वाले विकास कुमार, ईएमटी ज्योति व सन्नी का कहना है कि उन्होंने बेहतरीन सेवाएं दी है। अभी हाल ही में बेहतरीन एंबुलेंस सेवाएं देने के चलते ऊना इन्हें डीसी राघव शर्मा द्वारा भी पुरस्कृत किया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने कत्र्तव्य निर्वहन में कभी भी कोताही नहीं बरती। लेकिन अब नई कंपनी द्वारा एंबुलेंस सेवा का चार्ज संभालने के बाद जिला के 7 फार्मासिस्ट और 2 पायलट को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया गया है। उन्होंने कंपनी के इस व्यवहार पर हैरानी जताई है। उत्कृष्ट सेवाओं का सम्मान प्राप्त करने वाले कर्मचारियों को एकाएक नौकरी से बाहर कर दिया जाना, खुद उनकी और अन्य कर्मचारियों की भी समझ से परे होता जा रहा है। इन कर्मचारियों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है कि कंपनी प्रबंधन से बात करते हुए मसले का हल निकाला जाए। उन्होंने कहा कि नौकरी चले जाने के कारण उनके परिवारों का पालन पोषण भी मुश्किल हो जाएगा।