Corona: आईआईटी मद्रास का दावा, छह फरवरी तक पीक पर होगी तीसरी लहर

By: Jan 24th, 2022 12:08 am

आईआईटी मद्रास का दावा, लगातार दूसरे हफ्ते गिरी देश की आर-वैल्यू

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली

देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का पीक छह फरवरी तक आगामी 14 दिनों में आ जाएगा। आईआईटी मद्रास ने अपनी स्टडी में यह दावा किया है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के मामले छह फरवरी तक यानी दो हफ्तों में चरम पर पहुंच जाएंगे। तीसरी लहर का मुख्य कारण कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को माना जा रहा है। अध्ययन के मुताबिक, भारत में कोरोना संक्रमण फैलने की दर बताने वाली ‘आर-वैल्यूÓ 14 जनवरी से 21 जनवरी के बीच और कम होकर 1.57 रह गई है। देश में संक्रमण की तीसरी लहर के आगामी पखवाड़े में चरम पर पहुंचने की संभावना है। आईआईटी मद्रास के विश्लेषण के अनुसार, 14 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आर-वैल्यू 1.57 दर्ज की गई, जो सात से 13 जनवरी के बीच 2.2, एक से छह जनवरी के बीच चार और 25 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच 2.9 थी। प्रोफेसर नीलेश एस उपाध्याय और प्रोफेसर एस सुंदर की अध्यक्षता में आईआईटी मद्रास के गणित विभाग और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर कम्प्यूटेशनल मैथमैटिक्स एंड डाटा साइंस ने कम्प्यूटेशनल मॉडलिंग के जरिए प्रारंभिक विश्लेषण किया।

आंकड़ों के अनुसार, मुबंई की आर-वैल्यू 0.67, दिल्ली की आर-वैल्यू 0.98, चेन्नई की आर-वैल्यू 1.2 और कोलकाता की आर-वैल्यू 0.56 है। आईआईटी मद्रास के गणित विभाग में सहायक प्रोफेसर डा. जयंत झा ने बताया कि मुंबई और कोलकाता की आर-वैल्यू दर्शाती है कि वहां महामारी का चरम समाप्त हो गया है, जबकि दिल्ली और चेन्नई में यह अब भी एक के करीब है। उन्होंने कहा कि इसका कारण यह हो सकता है कि आईसीएमआर के नए दिशानिर्देशों के अनुसार संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है और इसलिए पहले की तुलना में संक्रमण के कम मामले सामने आ रहे हैं।

कोरोना की प्रसार दर को दिखाती आर वैल्यू

आर -वैल्यू कोरोना की प्रसार दर को दिखाती है। जो ये बताती है कि कोरोना से इन्फेक्टेड एक व्यक्ति, कितने लोगों को संक्रमित कर रहा है। अगर आर वैल्यू एक से ज्यादा है, तो इसका मतलब है कि केस बढ़ रहे हैं और अगर एक से नीचे चली गई तो महामारी को खत्म माना जाता है।

देश में एक दिन में 3.33 लाख नए संक्रमित

देश में कोरोना महामारी के बीच राहत की खबर आई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। देशभर में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के तीन लाख 33 हजार 533 नए केस सामने आए हैं, जबकि 525 लोगों की मौत हो गई। देश में दैनिक संक्रमण रेट अब 17.78 फीसदी हो गया है। राहत देने वाली बात यह है कि देश में रविवार को शनिवार से 4171 कम मामले आए हैं। इसके अलावा पिछले 24 घंटों में 2,59,168 संक्रमण मुक्त हो गए। देश में रिकवरी दर घटकर 93.18 प्रतिशत पर आ गई है। वहीं मृत्यु दर अभी 1.25 फीसदी है। वहीं सक्रिय मामलों की दर 5.57 प्रतिशत है।

सर्वे में दावा, कोरोना की तीसरी लहर में जान गंवाने वाले 60 फीसदी मरीजों ने नहीं ली वैक्सीन

नई दिल्ली। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में इस समय कोरोना की तीसरी लहर चल रही है, हालांकि यह सही है कि उतार-चढ़ाव के बावजूद पहली और दूसरी लहर की अपेक्षा तीसरी लहर कम खतरनाक साबित हुई है, लेकिन फिर भी इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इसी बीच, मैक्स हैल्थकेयर द्वारा किए गए एक सर्वे में कई आंकड़े सामने निकलकर आए हैं। इसमें बताया गया है कि मौजूदा कोरोना लहर पहली और दूसरी लहर से किस प्रकार अलग है। मौजूदा लहर में कोरोना से मरने वालों में 60 प्रतिशत लोगों ने या तो सिंगल डोज लिया था या फिर वे अनवैक्सीनेटेड थे। मृतकों में ज्यादातर की आयु 70 साल से ज्यादा थी और उनमें से कई डायबिटीज, कैंसर, किडनी या दिल से जुड़ी बीमारियों का शिकार थे। मैक्स हैल्थकेयर के समूह चिकित्सा निदेशक संदीप बुद्धिराजा ने बताया कि अध्ययन से दो महत्त्वपूर्ण बिंदु देखे गए हैं। एक यह है कि इस लहर के दौरान अस्पताल में कुल एंट्री बहुत कम रही है। दूसरा बिंदु यह है कि दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में भर्ती हुए कुल मरीजों में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता थी, जबकि इस लहर में कुल भर्ती में से केवल 20 से 30 प्रतिशत को ही ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता हुई।


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