राइडर सिस्टम से आर्थिक नुकसान, अनुबंध शिक्षक बने शिकार, टीजीटी कला संघ ने उठाई यह मांग

By: Jan 20th, 2022 12:06 am

अनुबंध शिक्षक बने शिकार, टीजीटी कला संघ ने उचित स्केल की उठाई मांग

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

राइडर प्रणाली से अनुबंध शिक्षक इसका शिकार बने हैं, इसलिए प्रोबेशन व पे-राइडर से शोषित कर्मचारियों को उचित स्केल मिलना चाहिए। यह मांग टीजीटी कला संघ ने उठाई है। संघ का कहना है कि हिमाचल प्रदेश के हजारों अनुबंध शिक्षकों ने कई साल अनुबंध पर शिक्षण कार्य किया और वर्ष 2009 में वेतन आयोग ने पे-राइडर प्रणाली भी शुरू की, जिसका शिकार यह अनुबंध शिक्षक हुए हैं। करीब सात से आठ साल अनुबंध सेवा देने के बाद उन पर नियमित वेतन के लिए दो साल की प्रोबेशन लगा दी गई, जिसका बड़ा आर्थिक नुकसान इन शिक्षकों ने उठाया है। नए वेतन आयोग में इनका वेतन बढऩे के बजाय घट रहा है। दो साल का राइडर 6 से 10 हजार रुपए मासिक वेतन घटाने की नौबत ला रहा है, क्योंकि टीजीटी शिक्षकों का वेतन 5000 ग्रेड-पे के बजाय 3600 ग्रेड-पे मैट्रिक्स में देखी जा रही है। 26 हजार टीजीटी का वेतन प्रोबेशन पीरियड स्केल अनुसार तय किया जा रहा है।

दो साल की प्रोबेशन अवधि में टीजीटी को 3600 ग्रेड-पे मिलता है और उसके बाद 5000 ग्रेड-पे दिया जाता है, मगर प्रदेश के 26 हजार टीजीटी को नियमित स्केल 5000 ग्रेड-पे के बजाय 3600 ग्रेड-पे देने से बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रोबेशन पूरा होने पर उनका वेतन मौजूदा स्केल में फिक्स करने के लिए प्रावधान करना आपेक्षित है। संघ ने यह मांग टीजीटी कला संघ ने प्रदेश वित्त सचिव को भेजी है। उन्होंने कहा कि प्रोबेशन और पे राइडर से शोषित हुए अनुबंध टीजीटी शिक्षकों को सही वेतन निर्धारण के लिए नए निर्देशों का इंतजार है। मौजूदा समय में प्रदेश में दो साल प्रोबेशन की शर्त हर पदोन्नति पर लग रही है, लेकिन पंजाब में केवल एक बार भर्ती के समय ही प्रोबेशन का प्रावधान है। भूतपूर्व सैनिकों का वेतन निर्धारण पूर्व सेवा की इन्क्रीमेंट्स अनुसार नए स्केल में तय किया जाए। जेबीटी से हैड टीचर पदोन्नति पर 3800 ग्रेड-पे और जेबीटी से टीजीटी पदोन्नति पर 3600 ग्रेड-पे अनुसार वेतन निर्धारण हो रहा है, जिससे प्रोमोटी 1296 टीजीटी को कम बेसिक पर ही सेवाएं देनी पड़ेंगी, जबकि एक पद से पदोन्नति की दोनों शाखाओं में लाभ समान तरीके से मिलने चाहिए। वेतन आयोग की विसंगतियों को वित्त विभाग दुरुस्त करें, अन्यथा कर्मचारी आंदोलन शुरू करेंगे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App