Himachal : ठंड प्रचंड…घरों में अंधेरा…रोडबंद, प्रदेश भर में 685 सड़कों पर थमे पहिए

By: Jan 25th, 2022 12:08 am

बारिश-बर्फबारी के कारण प्रदेश भर में 685 सड़कों पर थमे पहिए, 1288 ट्रांसफार्मर ठप होने से हजारों घरों में अंधेरा

रोहित शर्मा – शिमला

बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश में दूसरे दिन भी जीवन जमा रहा। सड़कें बंद होने होने प्रदेश के कई ग्रामीण क्षेत्रों से संपर्क अभी भी कटा हुआ है, वहीं हजारों गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है। शिमला, लाहुल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिलों में सड़कें नहीं खुलने से कई इलाकों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। भारी बर्फबारी की वजह से इन जिलों के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी, जो अब तक ठीक नहीं हो पाई है। हालांकि यातायात के लिए अभी भी कई सड़कें बाधित पड़ी हुई हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है। वहीं सड़कें बंद होने से एचआरटीसी को लाखों का नुकसान हो चुका है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में सोमवार को तीन नेशनल हाईवे व एक स्टेट हाईवे सहित कुल 685 सड़कें अवरुद्ध रहीं। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 257 सड़कें ठप हैं। लाहुल-स्पीति में 181, चंबा जिला में 106, किन्नौर में 40, कुल्लू में 43, मंडी में 45, सिरमौर में 9 और सोलन में 4 सड़कें बंद हैं। राज्य में 1288 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हैं। चंबा जिला में सर्वाधिक 666 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। शिमला में 323, किन्नौर में 73, कुल्लू में 45, लाहुल-स्पीति में 33, सिरमौर में 89, मंडी में 19 और सोलन में 40 ट्रांसफार्मर बंद रहे। चंबा जिला में 131 पेयजल परियोजनाएं ठप रहीं। इसी तरह शिमला में 73, किन्नौर में 46, लाहुल-स्पीति में 33 और सिरमौर में पांच पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हैं। (एचडीएम)

कल से साफ रहेगा मौसम

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटों में मध्यम उंचाई व उच्च पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं बारिश-बर्फबारी होने के आसार हैं, जबकि मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा। मैदानी जिलों में 25 जनवरी को घना कोहरा छाने को येलो अलर्ट जारी किया गया है। 26 से 28 जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा।

कई जगह पारा माइनस में

शिमला सहित राज्य के चार पर्वतीय जिलों में पारा माइनस में पहुंच गया है। पर्यटक स्थलों शिमला और मनाली में सोमवार को न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। केलांग में न्यूनतम तापमान -9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। दूसरे नंबर पर कुफरीमें तापमान -3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रदेश में कहां, कितनी बर्फबारी

मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटों में खदराला में 71, भरमौर व छतराड़ी में 31-31, शिलारू में 29, कल्पा में 25, निचार व गोंदला में 20-20, सांगला में 19, मोरंग, जुब्बल व शिमला में 12-12 और मनाली में 10 सेंटीमीटर बर्फ गिरी है। वहीं बारिश पर नजर डालें, तो नयना देवी व संगड़ाह में 52-52, रेणुका में 44, धर्मशाला व भोरंज में 40-40, भराड़ी में 36, बैजनाथ, कसौली व गग्गल में 35-35, जतौन बैरेज में 33, बरठीं व बलद्वारा में 31, बांगटू, सरकाघाट व उना में 28-28, सोलन, बंजार व गोहर में 27-27, सुजानपुर टीहरा में 26, कोटखाई में 25, नादौन व रोहड़ू में 24-24, पच्छाद में 23, नाहन, घुमरूर व कसौल में 22 और देहरा गोपीपुर में 21 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है

अटल टनल पर चार फुट बर्फबारी

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—केलांग

जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में तीन दिनों से बर्फबारी का दौर जारी है। अटल टनल रोहतांग के नार्थ और साउथ पोर्टल बर्फ से लकदक हो गए हैं। सोमवार को मौसम साफ होने के बाद हालांकि सीमा सड़क संगठन ने सड़क बहाली का कार्य आरंभ कर दिया है। लेकिन, सड़क पर तीन से चार फुट तक बर्फ होने के कारण सड़क खोलने में अधिक वक्त लगेगा। भारी बर्फबारी के कारण पूरे जिला में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक तरह से जिंदगी की रफ्तार थम गई है। बर्फबारी के कारण जहां यातायात पूरी तरह से बंद है, वहीं घाटी में बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है।

लाहुल-स्पीति जिला के कोकसर, सिस्सू, दारचा, जिस्पा, योचे, रारिक, छिका, प्यूकर, नैनगाहर, गवाड़ी और पट्टन व मयाड़ घाटी के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में भारी हिमपात हुआ है। कई गांवों में चार फीट तक बर्फबारी हुई है। पेयजल योजनाएं प्रभावित होने से लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। उधर, सोमवार दोपहर बाद मौसम खुलते ही सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सड़क बहाली का कार्य आरंभ कर दिया।


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