चाबहार पोर्ट के लिए भारत ने खोजा तीसरा रूट, अफगानिस्तान-मध्य एशिया तक आसान होगी पहुंच

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली
अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक पहुंचने के लिए भारत और ईरान लगातार साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अब ईरान के चाबहार पोर्ट से न्हावा शेवा और कांडला के बीच एक सीधा कंटेनर शिपिंग रूट स्थापित किया गया है। इस रूट के जरिए पहली कंटेनर सेवा 16 फरवरी को ईरान के शाहिद बेहेश्ती पोर्ट में प्रवेश करेगी। भारत ने पहले 2017 में चाबहार और मुंबई और मुंद्रा पोट्र्स के बीच शिपिंग लाइन्स शुरू की थीं। जनवरी, 2019 में, दूसरा सीधा शिपिंग मार्ग शुरू किया गया था। यह मुंबई, मुंद्रा, कांडला, चाबहार और अंत में दक्षिणी ईरान में बंदर अब्बास से होकर गुजरती है। भारत इन शिपिंग रूट का इस्तेमाल अफगानिस्तान और फारस की खाड़ी के देशों के साथ-साथ मध्य एशिया के देशों में माल भेजने के लिए कर रहा है।
चाबहार पोर्ट के जरिए भारत पाकिस्तान को बायपास कर अफगानिस्तान और मध्य एशिया में माल परिवहन कर रहा है। इसके साथ ही अफगानिस्तान को भी एक तरह से समुद्र का एक्सेस मिल गया है। भारत चाबहार के शहीद बेहेश्ती पोर्ट पर मोबाइल हार्बर क्रेन सहित आधुनिक लोडिंग और अनलोडिंग उपकरण स्थापित करने और संचालित करने का कामकाज देख रहा है। मध्य एशियाई देशों के साथ कम्युनिकेशन रूट विकसित करने के लिए पिछले महीने पहली बार भारत-ईरान-उजबेकिस्तान त्रिपक्षीय आयोजन किया गया था।
हिंदुस्तान संग संबंधों का विस्तार जारी रखेगा ईरान
तेहरान। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने अगले सप्ताह भारत की अपनी यात्रा से पहले कहा कि तेहरान द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर भारत के साथ संबंधों का विस्तार करना जारी रखेगा। श्री अब्दुल्लाहियन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को बधाई देते हुए कहा कि मेरे सहयोगी भारतीय विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर और भारत सरकार तथा देश के नागरिकों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।