नौहराधार में मकर संक्रांति की धूम, कपिल शर्मा ने बांधा समां

By: Jan 16th, 2022 12:53 am

संजीव ठाकुर-नौहराधार
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में मकर संक्रांति पर्व खूब धूमधाम से मनाया गया। शनिवार से गिरिपार क्षेत्र में दावतों का दौर शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश देवभूमि है यहां हर जिले में अपने रीति-रिवाजों के अनुसार कई प्रकार के त्योहार मनाते हैं, मगर ट्रांसगिरि में माघी त्योहार की बात ही निराली है। लंबे समय तक बूढ़ी दिवाली के बाद यह त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार में यहां की संस्कृति से रू-ब-रू होने का सुनहरा मौका मिलता है। गिरिपार क्षेत्र के लोग अपनी अलग परंपरा के लिए जाने जाते हैं। संक्रांति के अवसर पर कई गांव में नाटी डाली गई। नवयुवक मंडल प्रधान लक्की चौहान व साथियों द्वारा कोरोना नियमों को ध्यान में रखते हुए इस पर्व को मनाया। नौहराधार में एक सांझे आंगन में कलाकारों द्वारा पारंपरिक नाटियां लगाई गई। जिला के पहाड़ी कलाकार कपिल शर्मा ने शिरगुल महाराज की वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद साजा आया माघी रा, किले कुदाएनो रे, आर बोलना पार बोलना, सिरमौरी भरतरी, आग बालण री गेठी, ताजी दासिया, आठ खाचरी नोवा घोड़ा आदि गीत गाकर बूढ़े व नौजवानों को खूब नचा दिया।

इसके बाद एक से बढ़कर एक पुराने पारंपरिक गीतों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। इसी तरह स्थानीय कलाकारों कमल राज, रंधीर थापा ने भी पहाड़ी गीतों में खूब समां बांधा। इस मौके पर महिलाओं ने भी खूब नाटियां लगाई। इस अवसर पर ग्रामीणों का एक-दूसरे के घर जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। दोफारी व बियाली आदि कहलाने वाली दावतों का दौर आमतौर पर लोहड़ी के 20 दिन बाद आने वाले खोड़ा पर्व तक चलता है। यही नहीं खोड़ा पर्व पर भी कई गांवों में नाटियां लगाई जाएंगी, जिसमें मशहूर कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इसी तरह देवामानल में भी नवयुवकों द्वारा रासा नृत्य व सिरमौरी नाटियां डाली गई। इस अवसर पर मेहमानों ने सिरमौरी व्यंजन असकली, पटांडे, सिडकु, तेलपाकी घिंडे व मुड़े का खूब लुत्फ
उठाया।…(एचडीएम)


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App