हादसों वाले मार्गों को करें दुरुस्त

By: Jan 20th, 2022 12:55 am

टिंबी-मिल्लाह सड़क ले चुकी है दर्जनों लोगों की जान, ग्रामीणों ने सौंपा डीसी को मांग पत्र

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-नाहन
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के नेशनल हाई-वे 707 से जुड़ी टिंबी-मिल्लाह सड़क जिला ही नहीं अपितु प्रदेश की सबसे बड़ी सड़क हादसों की सड़क बन चुकी है। टिंबी-मिल्लाह संपर्क मार्ग दर्जनों हादसों का कारण बन चुका है। गत वर्ष जहां एक दर्जन से अधिक बाराती इस मार्ग पर हादसे के शिकार हो गए थे तो वहीं आए दिन इस मार्ग पर सड़क हादसे में लोग अपनी जान गवां रहे हैं। टिंबी-मिल्लाह संपर्क मार्ग की बदहाल हालत व सड़क पर क्रैश बैरिकेट व पैराफिट लगाने की मांग के साथ-साथ सड़क को चौड़ा करने की मांग को लेकर मिल्लाह गांव के नवयुवक मंडल व अन्य सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम से मिलने नाहन पहुंचा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को सौंपी गई मांग में कहा है कि टिंबी-मिल्लाह मार्ग पर आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। गत वर्ष बारातियों से भरी एक पिकअप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें एक दर्जन के आसपास लोगों की मौत हो गई थी। यही नहीं इस मार्ग पर आए दिन सड़क हादसे सामने आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण टिंबी-मिल्लाह मार्ग की खस्ताहाल है। स्थानीय ग्रामीणों में शामिल हेमराज राणा, नवीन राणा, राहुल चौहान, कुलदीप कुमार, वीरेंद्र कुमार, सचिन राणा, बलबीर राणा, यशपाल ठाकुर, कुलविंद्र कुमार, अजय कुमार, भरत राणा, सौरभ राणा व जागर राणा आदि ने बताया कि टिंबी-मिल्लाह सड़क मार्ग लंबे समय से बेहद ही तंग हालत में है।

आए दिन इस मार्ग पर सड़क की तंग हालत की वजह से व तीखे मोड़ के कारण हादसे हो रहे हैं। यही कारण है कि टिंबी-मिल्लाह मार्ग पर दर्जनों लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। उपायुक्त से स्थानीय लोगों ने मांग की है कि टिंबी-मिल्लाह मार्ग को सर्वप्रथम चौड़ा किया जाए तथा उसके बाद इस मार्ग पर क्रैश बैरिकेट्स के अलावा अलग-अलग स्थानों पर पैराफिट की व्यवस्था की जाए। प्रतिनिधिमंडल में शामिल युवाओं का कहना है कि इस मार्ग का सीधेतौर पर ग्राम पंचायत मिल्लाह, ग्राम पंचायत बकरास, ग्राम पंचायत क्यारी गुंडाह आदि के दर्जनों गांव को मिलता है। यही नहीं इस क्षेत्र के किसान और बागबान अपनी नकदी फसलों को मुख्य मार्ग तक पहुंचाने में भी मुश्किल का सामना कर रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि यह मार्ग लंबे समय से अधिकांश स्थानों पर कच्चा व बदहाल हालत में है। ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग की है कि इस सिलसिले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएं, ताकि टिंबी-मिल्लाह सड़क मार्ग को चौड़ा किए जाने के साथ-साथ इस मार्ग पर पैराफिट क्रैश बैरिकेट लगाकर हादसों पर नियंत्रण लगाया जा सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क पिछले करीब पांच सालों से सिरमौर जिला ही नहीं, बल्कि प्रदेश की सबसे अधिक दुर्घटनाओं वाली सड़क बन चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़कें आम जनजीवन की भाग्य रेखाएं होती हैं, परंतु टिंबी-मिल्लाह सड़क क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन का काल बन रही है। ऐसे में शीघ्र ही टिंबी-मिल्लाह मार्ग के लिए सरकार व प्रशासन उचित बजट की व्यवस्था करें, ताकि इस मार्ग को चौड़ा किए जाने के साथ-साथ इस पर पैराफिट व क्रैश बैरिकेट्स लगाई जा सके।

निर्माण कंपनी पर निजी भूमि पर लगे पेड़ों का नुकसान करने का आरोप
शिलाई। पांवटा साहिब-गुम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग-707 पैकेज-3 का निर्माण कार्य कर रही कंपनी की लापरवाही सामने आई है। शिलाई से लगभग छह किलोमीटर दूर ढक्कर धार में गलत तरीके से की गई सड़क की कटिंग से एक विधवा व उसके बेटे की निजी जमीन पर लगे लाखों रुपए के चीड़ के पेड़ भू-स्खलन की चपेट में आ गए। कुछ पेड़ मौका पर हैं कुछ मलबे में दफन हैं और दर्जनों पेड़ की जड़ें खाली हो गई हैं, जो गिरने के कगार पर है। यह सारा नुकसान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के आरओ डब्ल्यू से बाहर है। पीडि़त विधवा कैंसर रोग से ग्रसित है। वहीं, पीडि़त यशपाल ठाकुर ने मामले की शिकायत एसडीएम शिलाई, डीएफओ रेणुका, जिला अरण्यपाल वन विभाग, थाना प्रभारी को भी दी है, लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीडि़त ने निर्माता कंपनी से हुए नुकसान की भरपाई करने की गुहार लगाई। अभी तक कंपनी का कोई भी अधिकारी मौके पर जानकारी लेने के लिए नहीं पहुंचा है। वहीं, आहत पीडि़त ने निर्माता कंपनी को चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों के भीतर उसके नुकसान की भरपाई नहीं हुई, तो कंपनी के विरुद्ध उन्हें माननीय उच्च न्यायालय का दरबाजा खटखटाना पड़ेगा। उधर, इस संबंध में पैकेज-3 के परियोजना प्रबंधक अभय शुक्ला ने हुए नुकसान की पुष्टि करते हुए बताया कि इस बारे में बात की जाएगी। मौका पर आरओ डब्ल्यू से बाहर नुकसान हुआ है।

लैंड स्लाइड वाली जगह में आने-जाने पर मनाही

रोहनहाट। पांवटा साहिब-गुम्मा एनएच-707 पर दो दिन पूर्व भू-स्खलन से दर्दनाक घटना सामने आई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन स्तर्क हो गया है। प्रशासन ने लैंड स्लाइड वाली जगह से वाहनों व पैदल आने जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। इस बाबत एसडीएम शिलाई सुरेश कुमार सिंघा ने अपील भी जारी की है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि जब तक लैंड स्लाइड वाली जगह पर पूर्ण रूप से कार्य नहीं हो जाता है तब तक इस मार्ग से न जाएं। उन्होंने कहा कि नेरवा, चौपाल व उत्तराखंड जाने के लिए वाया रोनहाट मार्ग से जाएं। एसडीएम शिलाई सुरेश कुमार ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए यहां पर साइन बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। साथ ही पुलिस कर्मचारी भी तैनात किया गया है। उन्होंने बताया है कि कार्य प्रगति पर है और जल्द ही मार्ग बहाल हो जाएगा। उन्होंने अपील की है कि जब तक मार्ग बहाल न हो इस मार्ग का प्रयोग न करें। पैदल जाने वाले लोग भी यहां से न गुजरें, तब तक वाया रोनहाट मार्ग से ही जाएं।


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