किन्नौर में बर्फबारी का दौर… जनजीवन अस्त-व्यस्त

पर्यटन स्थल छितकुल, रकछम, सांगला, कल्पा, आसरंग, नाको, हांगो-चुलिंग, कुनो-चारंग में दो से तीन फुट हिमपात दर्ज
दिव्य हिमाचल ब्यूरो — रिकांगपिओ
किन्नौर जिला में बर्फबारी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी बर्फबारी के सिलसिला रुक-रुक कर कई क्षेत्रों में जारी रहा। इस बर्फबारी ने समूचा जिला बर्फ की आगोश में सिमट गया है, जिस ओर भी नजर दौड़ाई जाए सफेद ही सफेद नजर आ रहा है। इस सब के बीच आम किसान व बागबान साल के शुरुआती दिनों में हो रही बर्फबारी को हर लिहाज से उत्तम मान रहे हैं। विशेष कर इस तरह की बर्फबारी सेब के लिए खासा उत्तम माना जाती है।
इस समय किन्नौर के पर्यटन स्थल छितकुल, रकछम, सांगला, कल्पा, आसरंग, नाको, हांगो-चुलिंग, कुनो-चारंग आदि क्षेत्रों में दो से तीन फीट के बीच बर्फबारी दर्ज की जा रही है। इसी तरह जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में भी छह इंच बर्फ पड़ चुकी है। ऐसे में लोग घरों में ही दुबकने को मजबूर हो गए हैं। किन्नौर के सभी मुख्य जनपद चाहे व जिला मुख्यालय रिकांगपिओ हो या फिर सांगला, स्पिलो व भावानगर सभी जगह वीरान ही नजर आते रहे। बर्फबारी के चलते किन्नौर सहित स्पीति क्षेत्र की सो फीसदी ग्रामीण रूटों पर परिवहन निगम की बसें नहीं चल पा रही हैं। रिकांगपिओ से लंबी दूरी के लिए चलने वाले बसों को भी टापरी से रामपुर, शिमला व बाहरी क्षेत्रों के लिए चलाई जा रही हैं। बर्फबारी के चलते ग्रामीण सड़क मार्गों पर वाहनों के नहीं चल पाने से लोगों को जान जोखिल में डाल पर बर्फ के बीच कई मील पैदल चलना पड़ रहा है। रिकांगपिओ सहित किन्नौर के कई क्षेत्रों में विधुत आपूर्ति में भी रुकावटें देखी गईं। तापमान में भी बारी गिरावट दर्ज होने से कई क्षेत्रों में पेयजल नलों के भी जमने से लोगों को पेयजल के लिए भी असुविधा उठानी पड़ रही है।